भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा (MP Legislative Assembly) के शीतकालीन सत्र का आज यानि गुरुवार को चौथा दिन है. आज सदन में खाद संकट पर चर्चा हो रही है. रोजाना की ही तरह विपक्ष सरकार पर हमालवर है. कांग्रेस (Congress) लगातार खाद के मुद्दे पर चर्चा के लिए जोर डाल रही है.
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार (Leader of Opposition Umang Singhar) सरकार से लगातार सवाल कर रहे हैं. आज उन्होंने विधानसभा में प्रस्ताव रखा कि प्रदेश के विकास के लिए कांग्रेस विधायकों की तनख्वाह वापस ले ली जाए. उमंग सिंघार ने पटल पर ये प्रस्ताव रखा. सिंघार का आरोप है कि कांग्रेस विधायकों के साथ भेदभाव किया जा रहा है. इसलिए हमारे विधायक सैलरी वापस करेंगे.
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा विधायकों की सैलरी का पैसा राज्य के विकास कार्यों में खर्च किया जाए. जनता के लिए विकास करने के लिए विधायकों के पास पैसा नहीं है. हनारे साथ भेदभाव होता है. ट्रांसफार्मर, सीसी सड़क बनाने के काम भी नहीं हो पा रहे हैं. सिंघार बोले कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होता. इसलिए हम सब कांग्रेस विधायकों ने तय किया है वो अपनी तनख्वाह नहीं लेंगे.
उमंग सिंघार ने कहा बीजेपी का ‘जल जीवन मिशन ‘ एक बड़ा छलावा बन चुका है. न तो योजना का कोई ठोस आधार है, न ही कोई स्पष्ट दिशा, ठेकेदार से लेकर अधिकारी और मंत्री तक सबका 40% कमीशन तय है. भाजपा ने हर घर नल की बात की, लेकिन लोगों को मिली केवल टोंटी, जिसमें कभी पानी नहीं आया. आज मध्यप्रदेश विधानसभा के चौथे दिन, कांग्रेस विधायक दल के नेताओं के साथ जल जीवन मिशन में हो रहे घोटालों को लेकर मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ हाथ में खाली “पानी की टोंटी” के माध्यम से विरोध दर्ज किया.
कांग्रेस लगातार नए नए तरीके से सरकार के खिलाफ विरोध कर रही है. मंगलवार को कांग्रेस हाथ में कटोरा लिए भीख मांगने लगी. मांग थी कि कर्ज पर मध्य प्रदेश की मोहन सरकार जानकारी सार्वजनिक करे. कांग्रेस पहले दिन से कह रही है कि खाद की किल्लत और कर्ज के मुद्दे पर सरकार चर्चा नहीं करना चाह रही है.
इसके बाद बुधवार को कांग्रेस पहले तो चाय की केटली लेकर विधानसभा पहुंच गई, कहने लगी बढ़ती बेरोजगारी के विरोध में हम चाय की केटली लेकर विरोध कर रहे हैं. इसके बाद एक कांग्रेस विधायक शराब की बोतल गले में लटकाकर ही पहुंच गया, जिसके बाद भारी हंगामा हुआ.
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