इंदौर: कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह (Veteran Congress leader Digvijay Singh) लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में दो-दो हाथ करते नजर आएंगे. वह मध्य प्रदेश की राजगढ़ लोकसभा सीट से ताल ठोकेंगे. कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में ये महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. बैठक में अरुण यादव की उम्मीदवारी का भी ऐलान किया गया. उन्हें गुना सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ चुनाव लड़ाने की तैयारी है. जल्द ही कांग्रेस बची हुई सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है. सूत्रों के अनुसार यह जानकारी सामने आई है.
इंदौर से अक्षय कांति बम (Akshay Kanti Bomb from Indore) को शंकर लालवानी (Shankar Lalwani) के खिलाफ मैदान में उतरने की तैयारी है. कांतिलाल भूरिया को झाबुआ से लोकसभा चुनाव लड़ाया जाएगा. जानकारी के लिए आपको बता दें कि, दिग्विजय सिंह को पिछले चुनाव में भोपाल सीट से कांग्रेस ने टिकट दिया था. यहां भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि इस चुनाव में भी दिग्विजय सिंह को तकरीबन 5 लाख से ज्यादा वोट हासिल हुए थे. इसीलिए जब इस बार दिग्विजय सिंह ने चुनाव लड़ने से इन्कार किया तो पार्टी की ओर से लगातार सवाल उठाए जा रहे थे. यहां तक कहा जा रहा था कि जब बड़े नेता मैदान छोड़ देंगे तो बाकियों का क्या होगा.
अरुण यादव मध्य प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं, वह प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. यूपीए सरकार में वह मंत्री भी रहे थे, पिछले दिनों उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर गुना शिवपुरी से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी. इस सीट से भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को टिकट दिया है, सिंधिया लगातार इस सीट से चुनाव जीतते रहे हैं, हालांकि 2019 के चुनाव में उन्हें यहां से हार का सामना करना पड़ा था. 2020 में सिंधिया ने भाजपा ज्वाइन कर ली थी. अब यहां से सांसद केपी यादव का टिकट काटकर सिंधिया को मौका दिया गया है. अब कांग्रेस ने सिंंधिया के खिलाफ अरुण यादव को उतारने का फैसला कर लिया है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved