कई की उम्र हो गई तो कई तवज्जो नहीं मिलने से कांग्रेस से दूर हो गए
इंदौर। कांग्रेस ने घर बैठे नेताओं को सक्रिय करने की तैयारी की है। 30 सितम्बर से घर बैठे नेताओं से मिलने कांग्रेस के पदाधिकारी जाएंगे और उन्हें फिर पार्टी से जोड़ेंगे। ऐसे 60 पुराने कांग्रेसियों की सूची तैयार की गई है। इसमें से कुछ की उम्र हो गई है तो कोई तवज्जो नहीं मिलने के कारण कांग्रेस से दूर हो गए हैं। हालांकि कई गाहे-बगाहे पार्टी के आयोजनों में आ जाते हैं।
2023 के चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने में लगी है। इसी को लेकर मोर्चा-संगठन के प्रभारी देवेन्द्रसिंह यादव और अन्य पदाधिकारियों ने पुराने कांग्रेसियों को फिर से गांधी भवन लाने की तैयारी की है। कांग्रेस प्रदेश में पिछले 19 सालों से सत्ता से बाहर हैं और केन्द्र में 8 साल का समय बेदखली का हो गया है। बीच में 15 महीने की सरकार आई तो कांग्रेसियों ने सोचा था कि अब वक्त बदलेगा, लेकिन सरकार हाथ से जाती रही। अब एक बार फिर कमलनाथ के चेहरे पर कांग्रेस चुनाव लडऩे जा रही है और इसको लेकर संगठन को मजबूत करने का काम किया जा रहा है। शहर में कई नेता घर बैठे हुए हैं तो कई सत्ता दूर होने के साथ-साथ पार्टी से भी दूर हो गए हैं। ऐसे 60 लोगों की सूची बनाई गई है, जिसमें पुराने वार्ड अध्यक्षों से लेकर प्रदेश के पदाधिकारी तक शामिल हैं। यादव ने कहा कि ऐसे लोगों के घर जाकर उनसे मनुहार की जाएगी और उन्हें फिर से पार्टी के आयोजनों में जोड़ा जाएगा, ताकि उनके अनुभवों का लाभ हमें मिल सके।
सूची में ये नाम भी हैं शामिल
अशोक शुक्ला, गोविंद मंघानी, रायमुनि भगत, नर्मदा निगम, अशोक धवन, छोटू शुक्ला, शांता त्रिपाठी, शकुंतला बड़े, मुकेश शाह, सुरेन्द्र पुरी, अतुल तिवारी, अनवर खान, तुकाराम पगारे, प्रीतम माटा, फरीदा रऊफ, रफीक अलवी, संजय करदम, अब्दुल वहाब, केके शर्मा, कविता शुक्ला, तुलसीराम रघुवंशी, ईश्वर जोशी, सुधीर सेठिया, चंदू कुरील आदि।
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