जयपुर। राजस्थान के सियासी संकट के बीच सचिन पायलट गुट की नोटिस याचिका पर हाईकोर्ट के यथास्थिति के फैसले के बाद अब राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदलने लगा है। कोर्ट के इस फैसले के बाद अब सरकारी खेमे के होटल में बंद कांग्रेस एवं उसके समर्थक विधायक सीएम अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजभवन जायेंगे। विधायक राज्यपाल से मिलकर जल्द विधानसभा-सत्र आहूत करने की मांग रखेंगे। इस दौरान राज्यपाल के सामने कांग्रेस विधायकों की यह अघोषित परेड भी हो जाएगी। राजभवन ने भी कांग्रेस विधायकों के आने की पुष्टि की है। वहीं सीएम अशोक गहलोत ने इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रखी।
सीएम गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अभी राज्यपाल से फोन पर बात की है। उन्होंने कहा कि सोमवार से हम विधानसभा सत्र चाहते हैं। हरियाणा में मौजूद विधायकों की बात करते हुए उन्होंने कहा कि किस तरह का दबाव उन पर पड़ रहा है? किस कारण से रोका गया? हमारे पास स्पष्ट बहुमत है। हमारे साथी बीजेपी की देखरेख में बंधक है, जो कि वहां से छूटना चाहते हैं। कईयों की आँखों में आंसू आ रहे हैं, वो वापस आना चाहते है।
सीएम ने कहा कि यह सब कुछ बीजेपी और उनके नेताओ का षड्यंत्र है। वो यहां भी अन्य प्रदेशों की तरह मनमानी चाहते हैं। कोरोना के दौरान शानदार मैनेजमेंट हमने किया, लेकिन इस दौर में निचले स्तर पर राजनीति हो रही। उन्होंने कहा कि राज्यपाल दबाव में न रहे, अंतरात्मा की आवाज पर फैसला लें नहीं तो जनता राजभवन को घेरेगी तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी।
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