शिमला । इस वर्ष के अंत में होने जा रहे हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव (Himachal Pradesh Assembly Election) की तैयारियों में जुटी कांग्रेस (Congress) ने हर एक जिले की कमान एक राष्ट्रीय सचिव को देने का फैसला किया है. खास बात यह है कि हिमाचल प्रदेश में लगाए गए दर्जन भर राष्ट्रीय सचिवों में एक तिहाई प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की टीम के हैं.
हिमाचल प्रदेश के बारह जिलों में चुनाव से पहले संगठन को मजबूत बनाने के लिए जिन नेताओं को कमान मिली है उनके नाम हैं- दीपिका पांडे, चंदन यादव, राजेश तिवारी, रोहित चौधरी, धीरज गुर्जर, प्रदीप नरवाल, विकास उपाध्याय, विजय सिंगला, चेतन चौहान आदि.
जिन युवा नेताओं को प्राथमिकता दी गई है उनमें आधे से ज्यादा हाल के चुनावी राज्यों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं. शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में इन सभी नेताओं की संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रभारी राजीव शुक्ला ने बैठक कर जरूरी निर्देश दिए. सूत्रों का मानना है कि जिस तरह प्रियंका गांधी के साथ यूपी में काम कर रहे चार नेताओं को हिमाचल प्रदेश में लगाया गया है उससे साफ है कि पहाड़ी राज्य की सत्ता में वापसी के कांग्रेस के मिशन पर प्रियंका गांधी का खास फोकस होगा. हाल में भी कांग्रेस नेतृत्व ने प्रदेश संगठन में फेरबदल कर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया।
पिछले साल हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने मंडी लोकसभा और सभी तीन विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज कर बीजेपी को बड़ा झटका दिया था. लेकिन इसके बाद कांग्रेस पड़ोसी राज्य पंजाब में आम आदमी पार्टी से बुरी तरह हार गई. आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल लगातार हिमाचल के दौरा कर रहे हैं और राज्य में आम आदमी पार्टी ने पूरी ताकत झोंकी हुई है. ऐसे में कांग्रेस के सामने बीजेपी विरोधी वोट को एकजुट रखने की चुनौती है.
हिमाचल उपचुनाव नतीजों के आधार पर कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश में जीत की काफी उम्मीदें हैं. यही वजह है चिंतन शिविर के ठीक बाद पार्टी मिशन हिमाचल पर जुट गई है. यही वजह है कि हर जिले में संगठन का होमवर्क दुरुस्त करने के लिए एक-एक राष्ट्रीय सचिव लगाए गए हैं जिनका काम एक हफ्ते में शुरू हो जाएगा. जून में कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक शिमला में बुलाए जाने की योजना भी बनाई जा रही है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved