मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में सत्ता का सूखा समाप्त करने के लिए कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है. फ्रंटफुट (Front Foot) पर खेलने के साथ-साथ ओल्ड ग्रैंड पार्टी पर्दे के पीछे भी मजबूत रणनीति तैयार करने में जुट गई है. कांग्रेस ने पर्दे के पीछे चार नेताओं को जीत की स्क्रिप्ट लिखने की जिम्मेदारी सौंप दी है. इनमें से तीन नेता पहले भी कांग्रेस (Congress) की जीत में पर्दे के पीछे से महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं. महाराष्ट्र में इस साल के अंत में 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव प्रस्तावित हैं. कांग्रेस इंडिया गठबंधन के बैनर तले शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद) के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी, जहां उसका मुकाबला सत्ताधारी एनडीए गठबंधन से होगा.
गुजरात के दिग्गज नेता और राहुल गांधी के करीबी मधुसूदन मिस्त्री को महाराष्ट्र विधानसभा में स्क्रीनिंग कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है. सप्तगिरी शंकर उल्का, मंसूर अली खान और श्रीवेल्ला प्रसाद को स्क्रीनिंग कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया है. कांग्रेस में स्क्रीनिंग कमेटी का काम सीट वाइज उम्मीदवारों का पैनल तैयार करना है. नाम के इसी पैनल में से किसी एक को कांग्रेस इलेक्शन कमेटी सिंबल देती है.
मधुसूदन मिस्त्री लोकसभा चुनाव में भी महाराष्ट्र स्क्रीनिंग कमेटी के प्रमुख थे. लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों का चयन इतना प्रभावशाली था कि कांग्रेस 17 में से 14 सीटों पर जीत गई थी. मिस्त्री पहले भी मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन रह चुके हैं. उन्हें गांधी परिवार का करीबी माना जाता है. 2022 में कांग्रेस के अध्यक्ष चुनाव के संचालन की जिम्मेदारी भी मिस्त्री को दी गई थी.
चुनाव प्रबंधन के लिए कांग्रेस पार्टी संबंधित राज्यों में वॉर रूम का गठन करती है. वॉर रूम के माध्यम से कांग्रेस हर सीट पर कैंपेन और मतदान प्रक्रिया की मॉनिटरिंग करती है. वॉर रूम में चुनाव से संबंधित शिकायतों का निपटारा भी किया जाता है. महाराष्ट्र में कांग्रेस ने वॉर रूम की जिम्मेदारी शशिकांत सेंथिल को दी है. सेंथिल को महाराष्ट्र में कांग्रेस का वॉर रूम प्रभारी बनाया गया है. सेंथिल ने यह जिम्मेदारी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में निभाई थी और लोकसभा चुनाव में भी वॉर रूम का प्रभारी रहे हैं. आईएएस की नौकरी छोड़ राजनीति में आए सेंथिल वर्तमान में तमिलनाडु के त्रिवल्लुर सीट से लोकसभा सांसद हैं. सेंथिल को शुरू में तमिलनाडु कांग्रेस के उपाध्यक्ष बनाए गए थे, लेकिन फिर उन्हें पार्टी ने चुनावी राज्यों में वॉर रूम की जिम्मेदारी सौंपनी शुरू कर दी.
महाराष्ट्र में कांग्रेस ने मेनिफेस्टो तैयार करने की जिम्मेदारी राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को दी है. कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने इसकी घोषणा की है. किसी भी चुनाव की जीत-हार में मेनिफेस्टो की बड़ी भूमिका होती है, क्योंकि जनता मेनिफेस्टो के मुद्दे पर वोट करती है. हाल ही में कई राज्यों में कांग्रेस को अपने मेनिफेस्टो की वजह से जीत मिली है. पृथ्वीराज चव्हाण को कांग्रेस में पर्दे के पीछे काम करने वाले नेता के रूप में जाना जाता है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने से पहले चव्हाण प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य स्तर के मंत्री थे. हालिया लोकसभा चुनाव में उन्हें कैंपेन कमेटी का चेयरमैन बनाया गया था.
महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद) के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरेगी. कांग्रेस की ओर से तीनों दलों के बीच कॉर्डिनेशन का जिम्मा रमेश चेन्निथल्ला को सौंपा गया है. चेन्निथल्ला महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी भी हैं. केरल के रहने वाले रमेश चेन्निथल्ला को संगठन का नेता माना जाता है. वे केरल कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इसके अलावा चेन्निथल्ला नेता प्रतिपक्ष और केरल सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. महाराष्ट्र में हाल के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था. कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने राज्य में एनडीए को पराजित किया था. रमेश चेन्निथल्ला उस समय भी महाराष्ट्र के प्रभारी थे.
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