भोपाल। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस अपना अस्तित्व खोती जा रही है, क्योंकि यह पार्टी अब कमलनाथ प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन गई है। प्रदेश अध्यक्ष से लेकर मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तक सारे पदों पर लगातार कमलनाथ का कब्जा है, इस कारण से कांग्रेस के कार्यकर्ता हताश होकर घर बैठ गये हैं। विशेषकर ग्वालियर-चंबल संभाग में कांग्रेस के नाम पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हालत यहां तक खराब हैं कि कमलनाथ के ग्वालियर प्रवास के दौरान दिग्विजय सिंह के समर्थकों ने भी उनसे किनारा कर लिया। शर्मा ने यह बात ग्वालियर-चंबल अंचल में अपने चुनावी प्रवास के बाद एक पत्रकारवार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि इस अंचल में कांग्रेस का वजूद सिंधिया जी के कारण था, स्वभाविक है कि वे अब कांग्रेस में नहीं हैं तो अंचल में भी कांग्रेस नहीं बची है। इक्का-दुक्का समर्थक दिग्विजय सिंह के पाये जाते हैं, लेकिन वे भी पूरी सक्रियता के साथ कमलनाथ एंड कंपनी को पलीता लगाने में जुटे हुए हैं। पिछले दिनों जब श्रीमान कमलनाथ ग्वालियर आए थे, तब तमाम भाड़े के लोगों को बुलाने के बावजूद वे अपने जुलूस को कांग्रेस का जुलूस नहीं बना पाये, क्योंकि दिग्विजय सिंह के समर्थकों ने इस कार्यक्रम का पूरी तहत बहिष्कार किया। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह अपने आपमें एक ड्रिस्टेक्टिव करेक्टर हैं। पहले उनके निशाने पर श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रहे और अब कमलनाथ हैं। कमलनाथ सरकार के गिरने के दो बड़े कारण हैं, पहला मध्यप्रदेश की जनता और विशेषकर ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ की गई गद्दारी और दूसरा दिग्विजय सिंह पर जरूरत से ज्यादा भरोसा। शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस का दुर्भाग्य है कि यहां की पार्टी भी सोनिया राहुल के नक्शे कदम पर चल पड़ी है, इसीलिये मध्यप्रदेश कांग्रेस कमलनाथ प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन गई है। कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष बने, वे ही फिर मुख्यमंत्री बने, मुख्यमंत्री से हटने के बाद वे ही नेता प्रतिपक्ष बन बैठे और साथ में स्थायी अध्यक्ष तो हैं ही।
उन्होंने कहा कि किसान को झांसा, युवाओं को धोखा, बेटियों से छलावा, बुजुर्गों का अपमान, क्या-क्या नहीं किया कमलनाथ जी ने। हम तो धन्यवाद देना चाहेंगे श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी को कि जिनके पुरूषार्थ के कारण एक कलंकारी सरकार की विदाई हुई और कल्याणकारी सरकार अस्तित्व में आई। आज जब कांग्रेस नीति, नियत और नेताविहीन हो गई है, तब उसके लोग डी ग्रेड की बातें करने लगे हैं। उन्होंने जमीन, जमीन, जमीन के राग अलाप रखे हैं, हम इसके पीछे की पीड़ा समझ सकते हैं क्योंकि सिंधिया जी के कारण कांग्रेस की जमीन खिसक गई है। वैसे भी जमीन कांग्रेस का प्रिय विषय है। चाहे वह छह हजार करोड़ के नेशनल हेराल्ड का विषय हो, चाहे हजारों करोड़ की जीजाजी की जमीन हो। शर्मा ने कहा कि सिंधिया जी पर आरोप लगाने वाले दोगले लोग हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि आप लगभग 50 वर्षों तक मध्यप्रदेश की सत्ता में रहे और हाल ही में 15 महीने तक की सरकार भी आपने चलाई, तब आपको किसी जमीन की याद क्यों नहीं आई। शर्मा ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने ग्वालियर-चंबल को धोखा दिया है। कमलनाथ बताएं कि उन्होंने कहा कि चंबल एक्सप्रेस-वे का काम क्यों रोका? ग्वालियर में चंबल का पानी क्यों नहीं आने दिया? कमलनाथ जी के पास इस बात का भी जवाब नहीं है कि उन्होंने प्रदेशवासियों को मिलने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना के ढाई लाख घर क्यों लौटाए? शर्मा ने कहा कि हम किसानों की आय दोगुनी करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने किसान सम्मान निधि के नाम पर किसानों के खाते में छह हजार रूपये भेजे, प्रदेश की शिवराज सरकार ने इसमें वृद्धि कर चार हजार रूपये और डाले। 22 हजार करोड़ की राशि किसानों के खाते में भेजी गई। हम किसानों को सक्षम बनाना चाहते हैं।
उपचुनावों को लेकर उन्होंने कहा कि उप चुनाव की गति धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है। 28 विधानसभा उप चुनावों में हम कार्यकर्ताओं के दम पर प्रचंड बहुमत से जीत रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह ने दो दिन पहले ही आरोप लगाया है कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो गया है। उनका यह कहना सामान्य घटना नहीं है।
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