पटना। कृषि बिल पर विपक्ष की ओर से फैलाई जा रही भ्रांतियों पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जमकर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस की दोहरी राजनीति पर करारा प्रहार किया। कांग्रेस की किसान विरोधी राजनीति का पर्दाफाश करते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों का भला होते नहीं देख सकती।
उन्होंने कहा, किसानों के संबंध में जो तीन कानून संसद से पारित हुए हैं, वे पूर्ण रूपेण किसानों के हित में हैं। देश के 86 प्रतिशत छोटे और मझौले किसान और बड़े किसानों को बिचौलिए और पारंपरिक मंडियों के जकड़न से मुक्त कर उनकी फसल को भारत में कहीं बेचने और अच्छी कमाई करने का अवसर प्रदान करता है। जो इसका विरोध कर रहे हैं, वो किसानों के हितैषी नहीं, बल्कि बिचौलिए और किसानों का शोषण करनेवालों के साथ खड़े हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों के एमएसपी पर कोई समझौता नहीं होगा और नरेन्द्र मोदी सरकार प्रतिबद्ध है कि ये हमेशा मिलता रहेगा और इसमें लगातार बढ़ोतरी भी होगी। बिल के अनुसार किसान या व्यापारी स्वतंत्र होंगे कि वह किसानों की उपज एक राज्य के अंदर अथवा अंतर राज्य स्तर पर कहीं भी इसे बेच सकते हैं और किसानों को उपलब्ध लाभकारी मूल्य मिल सकते हैं। जो भी व्यापारी किसानों के साथ उनके फसल में व्यापार करता है उनकों तीन दिनों के अंदर उसका भुगतान करना होगा। मंडी क्षेत्र से बाहर में व्यापार या फसलों के बेचने के कारण कोई भी मार्केट फीस, सेस अथवा शुल्क नहीं लगेगा। इस अवसर पर बिहार भाजपा के मीडिया प्रभारी अशोक भट्ट औऱ भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल समेत कई नेतागण मौजूद थे।
कांग्रेस पार्टी का दोहरा चरित्र
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके समर्थक दलों के स्पष्ट दोहरे मानदंड हैं और पूर्व में इन सुधारों की शुरुआत और समर्थन के बावजूद वो मात्र मोदी विरोध के लिए किसान विरोधी हो गए हैं। 2019 के अपने घोषणा पत्र में कांग्रेस पार्टी ने साफ कहा था कि वह कृषि उत्पाद, व्यापार कमेटी नियमों मे अन्तरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को समाप्त करेगी। कांग्रेस पार्टी ने यह भी घोषणा की थी कि वे किसान बाजार स्थापित करेगी ताकि बिना किसी नियंत्रण के किसान अपनी फसल को बेच सकें और ईसी एक्ट को समाप्त करेंगे। (एजेंसी, हि.स.)
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