नागदा। नागदा-खाचरौद तहसील के किसानों द्वारा बोई गई सोयाबीन की फसल में अफलन की स्थिति है एवं पीला मोजक रोग लगने से खराब हुई फसलों के सर्वे करने को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि बसंत मालपानी के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने किसानों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह को संबोधित ज्ञापन शुक्रवार को अनुविभागीय अधिकारी आशुतोष गोस्वामी को सौंपा। ज्ञापन में खराब हुई फसलों के सर्वे करने के अलावा मांग की कि 2019 में कमलनाथ की सरकार द्वारा खराब हुई सोयाबीन की फसलों का 25 प्रतिशत मुआवजा किसानों के खाते में दिया जा चुका है। शेष 75 प्रतिशत राशि शीघ्र ही किसानो के खाते में डाली जाए, वहीं 2020 में जिन किसानों की फसले खराब हुई थी उनकी भी बीमा राशि शीघ्र जारी की जाए।
इस मौके पर उपस्थित मीडिया एवं किसानों को संबोधित करते हुए मालपानी ने कहा कि पूंजीपतियों तथा उद्योगपतियों की पार्टी भाजपा किसानो के प्रति पूर्ण रूप से बेपरवाह है। मध्यप्रदेश में किसानो की फसले खराब हो रही है, बिजली नहीं मिल रही है लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह किसानों के मामले में चुप बैठे है। युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष कमल आर्य ने कहा कि भाजपा अगर इसी प्रकार किसान विरोधी फैसले लेती रही तो नागदा-खाचरौद क्षेत्र से एक बड़े आंदोलन का बिगुल बजाया जायेगा। ज्ञापन का वाचन रामकिशोर भाटी ने किया। इस अवसर पर चेतन नामदेव, विरेन्द्र मालपानी, लक्ष्मण चौधरी, अनिल भाट, शेखर टांक, गोविन्द चौहान, सुनील राठौर, फैजान मेव, जितेन्द्र बामनिया, कन्हैयालाल परिहार, गोकुलसिंह डोडिया आदि उपस्थित थे।
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