लखनऊ। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई ने योगी सरकार द्वारा प्रस्तावित नयी विद्युत दरों को आम जनता के साथ धोखा बताया है। कांग्रेस ने राज्य सरकार के इस कदम को प्रदेश की जनता पर बोझ बढ़ाने वाला कहा है। पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद की तरफ से बिजली दर घटाने की मांग को उचित ठहराया है।
प्रियंका गांधी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजली की दरें कम्पनियों के फायदे के लिए बढ़ाई गई हैं। उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद की तरफ से घरेलू फिक्स्ड चार्ज तथा कमर्शियल न्यूनतम चार्ज खत्म करने और किसानों के लिए बिजली दरों में कमी किए जाने की मांग एकदम जायज है। राज्य सरकार को इस पर विचार करना चाहिए।
इसके बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने एक बयान जारी करके कहा कि योगी सरकार राज्य के लोगों को इस आपदाकाल में भी कोई राहत प्रदान करने नहीं जा रही है। योगी सरकार बिजली की दर बढ़ाकर आम जनता पर और मुसीबतें बढ़ाने का काम करने जा रही है ।
प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू ने कहा कि योगी राज में प्रदेश की जनता ध्वस्त हो चली कानून व्यवस्था और कोरोना महामारी से पीड़ित थी। ऐसे में बिजली दरों को बढ़ाये जाने से उसकी आर्थिक कमर टूट जाएगी। उन्होंने योगी सरकार से मांग की, कि आम उपभोक्ताओं को राहत देने के वास्ते सरकार को कोरोना काल का बिजली बिल माफ करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद की सिफारिशों पर यूपी इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलरिटी अथॉरिटी को ध्यान देना चाहिए, जो बढ़ी बिजली दरो को कम किये जाने की सिफारिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार कार्पोरेट घरानों और बिजली कंपनी की हाथो की कठपुतली बन चुकी है।
दरअसल उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष तथा राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने राज्य के विद्युत उपभोक्ताओं की तरफ से मंगलवार को जनहित के प्रस्ताव को विद्युत नियामक आयोग अध्यक्ष को सौंपा है और उपभोक्ता हित में उनसे बिजली दरों को कम करने का आग्रह किया है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि प्रदेश की जनता ध्वस्त कानून व्यवस्था, गुंडों, कोरोना और बाढ़ से पीड़ित चल रही है। सरकार उसपर ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार को नींद से जागकर लोगों की सेवा करनी चाहिए। (एजेंसी, हि.स.)
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