करौली। करौली के सपोटरा में पुजारी को जलाकर मारने के मामले में सोमवार को कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधिमंडल पीडि़त परिवार के गांव पहुंचा तथा पीडि़त परिजनों के दर्द को बांटने की कोशिश की। कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में शामिल मुख्य सचेतक महेश जोशी, मंत्री अशोक चांदना और विधायक रमेश मीणा ने पीडि़त परिवार को राज्य सरकार की तरफ से घोषित 10 लाख रुपए का चेक सौंपा। इस मामले में पुलिस अब तक मुख्य आरोपी समेत 2 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। राज्य सरकार ने यह मामला सीआईडी सीबी को सौंप दिया है।
मामले में विकास शर्मा को सरकार द्वारा विशेष जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। वे करौली एसपी मृदुल कच्छावा से पूरे मामले पर चर्चा करेंगे। साथ ही, बूकना गांव पहुंचकर पीडि़त परिवार के लोगों से मिलेंगे। इस मामले में करौली पुलिस ने रविवार को एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। अभी 6 आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। उनकी तलाश में पुलिस की 6 टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि इस केस में एक अन्य आरोपी दिलखुश उर्फ ढिल्लू पुत्र शंकर मीना निवासी बूकना थाना सपोटरा को गिरफ्तार किया गया है। इस केस में मुख्य आरोपी कैलाश पुत्र काडू मीना को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुजारी बाबूलाल वैष्णव सपोटरा तहसील के बूकना गांव के पुराने राधाकृष्ण मंदिर में पूजा करते थे। ग्रामीणों ने मंदिर के लिए खेती की जमीन दान दी थी, जो राजस्व रिकॉर्ड में मंदिर माफी में दर्ज है। करीब एक महीने पहले कुछ लोग जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करने लगे। पुजारी ने पंच-पटेलों से शिकायत की थी। कुछ दिन पहले गांव के 100 घरों की बैठक में पंचों ने पुजारी का समर्थन किया था। इसके बाद गांव के दबंगों ने पुजारी पर पेट्रोल छिडक़ कर उन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की। पुजारी वैष्णव को झुलसी अवस्था में एसएमएस अस्पताल लाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। (हि.स.)
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