
जबलपुर। नगर निगम में विगत दिवस सदन की बजट बैठक में करोड़ों रूपए का विकास कार्यों के लिये बजट स्वीकृत किया गया। वहीं कांग्रेस पार्षद दल ने वित्तिय अनियमितताओं को लेकर भ्रष्टाचार को लेकर एक प्रेसवार्ता आयोजित कर निगम में रूपयों की किस प्रकार होली खेली जा रही है।
कांग्रेस पार्षद दल ने बताया कि नगर निगम भ्रष्टाचार का केन्द्र बन चुका है। हर विभाग में जमकर लाखों रूपयों का गमन किया जा रहा है। नगर निगम की वार्षिक टैक्स वसूली लगभग 200 करोड़ है। वहीं जल विभाग 2023-24 में 92 करोड 66 लाख 64 हजार 220 रूपए खर्च किये गये। कुंआ सफाई, लीकेज, बोरबेल सुधार, हैण्ड पम्प सुधार, जल शुद्धीकरण कार्य में लगभग 62 करोड़ रूपये खर्च किये गये। केवल कुंआ सफाई में दो करोड़ चौतीस लाख रूपये खर्च किये गये। वर्ष 2024-25 में फरवरी 2025 तक 57 करोड़ 50 लाख रूपये खर्च हो चुके हैं। पार्षद अमरीष मिश्रा ने बताया कि एक्यूआई फण्ड की बात करें तो विशेषज्ञों एवं सलाहाकारों की नियुक्ति पर लगभग 1 करोड़ 77 लाख रूपये खर्च किये गये हैं। स्वीपिंग मशीन की खरीद में 8 करोड़ 3 लाख रूपये लगभग खर्च किये गये, जबकि इन 10 मशीनों की कीमत 4 करोड़ से ज्यादा नहीं है। एक्यूआई के पैसों का जमकर बंदरबांट नगर निगम में हुआ है। नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा ने आरोप लगाया है कि 6 कन्सलटेंट कम्पनी को 1 करोड़ 77 लाख रूपये भुगतान किया गया। जिनकी सलाह पर 2 करोड़ 80 लाख रूपये के प्रमुख चौराहों पर मॉनीटर लगाये गये। इतनी बड़ी राशि केवल सलाहकारों पर खर्च की गई। वहीं साफ-सफाई के लिये 8 करोड़ 3 लाख रूपये की स्वीपिंग मशीन एवं अन्य मशीन खरीदी गई। 14 दिसम्बर 2024 में इन मशीन में से एक मशीन का लगभग 2 करोड़ 65 लाख रूपये का भुगतान किया गया। वहीं 15 दिन बाद नगर निगम एक पत्र जारी करता है कि मशीन खराब हो गई है।
नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा ने आरोप लगाया है कि निगम के हर विभाग में भ्रष्टाचार है। वहीं कांग्रेस पार्षद दल अगर कोई जानकारी मांगता है तो अधिकारी कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। सचेतक अयोध्या तिवारी ने कहा है कि नगर निगम द्वारा आम जनता के मूलभूत कार्यों को छोड़कर केवल भ्रष्टाचार पर ध्यान केंद्रित है। छोटे ठेकेदार का भुगतान फण्ड की कमी बताकर रोका जा रहा है वहीं दूसरी ओर एक्यूआई और जल विभाग को करोड़ों रूपयों का भुगतान किया जा रहा है। वहीं नगर निगम में सबइंजीनियर, इंजीनियर, कार्यपालन यंत्री सहित लंबी फौज होने के बाद भी करोड़ों रूपयों का भुगतान कन्सलटेंट को किया जा रहा है। कांग्रेस पार्षद दल ने कहा कि उपरोक्त भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस पार्षद दल ईओडब्ल्यू में शिकायत की जायेगी। साथ ही जनआंदोलन किया जायेगा।