पिता का टिकट कटा तो बेटी को मिला, गुड्डू बना सकते हैं विधानसभा चुनाव के प्रचार से दूरी, एक को छोड़ सभी सीटों पर कमलनाथ की चली
इंदौर। कांग्रेस (Congress) ने इंदौर (Indore) जैसे शहर में तीनों विधायकों के साथ-साथ तीन नए चेहरों पर दांव खेला है। ये वे इलाके हैं जो भाजपा (BJP) के कब्जे में हैं। सांवेर में लंबे समय से सक्रिय प्रेमचंद गुड्डू की बेटी रीना बोरासी को कांग्रेस ने टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार दिया है। उनके पिता प्रेमचंद गुड्डू आलोट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन वहां से वर्तमान विधायक को टिकट मिलने से वे बाहर हो गए। वहीं दो नंबर विधानसभा में चिंटू (Chintu) को टिकट देने के बाद दिग्विजयसिंह की प्रतिष्ठा पर दांव पर लग गई है, वैसे यहां रमेश मेंदोला जैसे विधायक के सामने परिवर्तन असंभव हैं।
अग्रिबाण ने कल ही सूची को लेकर खुलासा कर दिया था और आज सुबह जो सूची जारी हुई, उसमें वे सभी नाम हैं जिनके कयास पहले ही अग्रिबाण द्वारा लगाए गए थे। यह तो तय था कि इंदौर एक से संजय शुक्ला, राऊ से जीतू पटवारी और देपालपुर से विशाल पटेल का टिकट लगभग तय हैं, क्योंकि 2018 के बाद कांग्रेस के चार विधायक थे, लेकिन तुलसी सिलावट के भाजपा में चले जाने के बाद कांग्रेस के कोटे में तीन विधायक ही बचे थे। वैसे इन्हें पहले से ही हरी झंडी दे दी गई थी और उसी के अनुसार वे काम कर रहे थे। दूसरी ओर बात की जाए तो कांग्रेस ने कई नए चेहरों पर दांव लगाया है। इंदौर 2 से तेजतर्रार निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि उन्हें भी काफी लंबे समय पहले इशारा कर दिया था। उन्होंने जब कमलनाथ का कार्यकर्ता सम्मेलन कराया था तब से ही वे विधानसभा में अपनी तैयारी में लगे हुए थे। सांवेर में रीना बोरासी जैसी महिला नेत्री का नाम सामने आने के बाद उनके परिवार में चल रहे मतभेद सामने आ गए हैं। गुड्डू आलोट से टिकट चाह रहे थे, लेकिन वहां से वर्तमान विधायक मनोज चांवला को उतारा है। यानि गुड्डेू टिकट की दौड़ से बाहर हो गए हैं। दिग्गी खेमे से आने वाले गुड्डू को लेकर दिग्विजयसिंह ने दम भरा, लेकिन चली कमलनाथ की। तीसरा नया चेहरा राजा मंघवानी का सामने हैं जो सिंधी समाज की राजनीति से आते हैं। वैसे कांग्रेस चार नंबर विधानसभा से पहले भी सिंधी उम्मीदवार उतार चुकी हैं, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
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