रिटर्निंग अधिकारियों पर जबरदस्त दबाव-प्रभाव भी, उम्मीदवारों के खातों में ही जुड़ेगा मतगणना के दिन होने वाला खर्चा भी
इंदौर। कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP) उम्मीदवारों (Candidates) के तो निर्धारित मतगणना एजेंट (Counting Agents) रहेंगे ही। मगर हर बार की तरह इस बार भी निर्दलीय उम्मीदवारों के एजेंट बनकर स्टेडियम पहुंचने वालों में कांग्रेस-भाजपा नेताओं की संख्या अधिक रहेगी। यही कारण है कि लगातार रिटर्निंग अधिकारियों पर दबाव भी बनाया जा रहा है। वहीं कल निर्दलीय उम्मीदवार खड़े भी इसीलिए करवाए जाते हैं ताकि उनके नाम पर विभिन्न अनुमतियां जारी करवाई जा सके, जिनका इस्तेमाल कांग्रेस या भाजपा के नेता या कार्यकर्ता कर सकें। दूसरी तरफ आयोग के निर्देश पर मतगणना स्थल पर भी जो नाश्ते-भोजन क व्यवस्था एजेंटों के लिए की जाएगी उसका चुनावी खर्च उनके खातों में ही जुड़ेगा। विधानसभा निर्वाचन 2023 के अंतर्गत राजनैतिक पार्टी एवं अभ्यार्थियों द्वारा मतगणना के दिन 03 दिसम्बर 2023 को राजनैतिक गतिविधियों की निगरानी हेतु वीडियो सर्वेलेंस टीम को निर्देशित किया गया है। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 77 के अनुसार नाम निर्देशन की तारीख से परिणाम घोषित होने तक, दोनो तारीखों को सम्मिलित करते हुए निर्वाचन के दौरान प्रत्येक अभ्यर्थी स्वंय या उनके निर्वाचन एजेण्ट द्वारा निर्वाचन के संबंध में सभी व्ययों, चाहे वह उसके द्वारा उपगत या प्राधिकृत किए गए हो।
ये नहीं बन सकेंगे मतगणना एजेंट
मतगणना के दिन एजेंट निुयक्त करने के संबंध भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं। जारी दिशा-निर्देशानुसार कोई भी ऐसा व्यक्ति, जिसको केंद्र अथवा राज्य सरकार द्वारा सुरक्षा उपलब्ध करवाई गई है, साथ ही केंद्र और राज्य के मंत्री, वर्तमान सांसद, विधायक, महापौर, जिला पंचायत, जनपद पंचायत, नगर पंचायत, नगर पालिक निगम के अध्यक्ष, केंद्र तथा राज्य सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों के अध्यक्ष एवं सदस्य, शासकीय प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं सदस्य, आंगनवाड़ी कर्मचारी, शासकीय पैरामेडिकल स्टॉफ, शासकीय संस्था अथवा शासकीय अनुदान प्राप्त संस्था से मानदेय प्राप्त कर रहे।
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