निर्दलियों पंचायतों पर कांग्रेस और भाजपा के अपने-अपने दावे
भोपाल। प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम आने के बाद कांगे्रस और भाजपा ने सरपंच, जनपद और जिला पंचायतों पर अपने-अपने दावे ठोक दिए हैं। भाजपा ने जहां करीब 20 हजार सरपंचों को भाजपा समर्थक बताया है। वहीं कांग्रेस ने भी 14 हजार से ज्यादा सरपंचों को कांग्रेस का समर्थक बताया है। इसी तरह भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने 52 में से 44 जिला पंचायतों पर भाजपा के अध्यक्ष बनाने का दावा किया है। जबकि कांग्रेस ने भी 35 जिलों में अध्यक्ष कांग्रेस समर्थक बनने का दावा किया है। खास बात यह है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव राजनीतिक दलों के चिन्हों पर नहीं होते हैं। जबकि जनता में वर्चस्व बनाए रखने के लिए दोनों दल ज्यादा से ज्यादा सीटों पर अपने दावे ठोक रहे हैं।
गांवों में सरकार पर जनता के विश्वास की जीत है: विष्णुदत्त शर्मा
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकारों ने गांवों और ग्रामीण जनता के उत्थान और विकास के लिए जो काम शुरू किए थे, उनके प्रभाव अब ग्रामीण जनजीवन पर दिखाई देने लगे हैं। केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं तथा विकास कार्यों से गांवों में जीवन आसान हुआ है और जीवन स्तर बेहतर हुआ है। जनता का मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और पार्टी नेतृत्व के प्रति जनता का विश्वास बढ़ा है। यही कारण है कि पंचायत चुनाव में प्रदेश की जनता ने भाजपा समर्थित उम्मीदवारों को अपना भरपूर समर्थन दिया है।
जिला पंचायतों में भाजपा को ऐतिहासिक बहुमत
प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि प्रदेश की 52 जिला पंचायतों में चुनाव हुए थे, जिनमें से 44 जिला पंचायतों में भाजपा को ऐतिहासिक बहुमत मिला है। 84 प्रतिशत जिला पंचायतों में भाजपा को सफलता मिली है। शर्मा ने कहा कि 8 अन्य जिलों में भी भाजपा की जिला पंचायत बनाने के लिए प्रयास चल रहे हैं। इनमें से 3 जिलों में थोड़ी कठिनाई रही है, लेकिन 29 तारीख को स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
जनपद पंचायतों में 74.44 प्रतिशत सफलता
शर्मा ने कहा कि प्रदेश की 313 जनपद पंचायतों में से 233 में भाजपा के लोग जीते हैं। इस हिसाब से इनमें भाजपा की सफलता दर करीब 74.44 फीसदी रही है। शर्मा ने कहा कि बचे हुए स्थानों से भी अभी पार्टी के पक्ष में जानकारी मिल रही है और 27-28 तारीख को और भी बेहतर स्थिति सामने आने की उम्मीद है।
19863 पंचायतों में भाजपा के सरपंच
शर्मा ने कहा कि प्रदेश की 22924 पंचायतों में चुनाव हुए थे। इनमें से 19863 पंचायतों में भाजपा समर्थित सरपंच चुने गए हैं। इसके अनुसार प्रदेश की 87 प्रतिशत पंचायतों में सरपंच भाजपा के रहेंगे। शर्मा ने कहा कि पंचायत चुनाव में सबसे खास बात यह रही कि 650 पंचायतों में भाजपा के प्रत्याशी निर्विरोध जीते हैं।
चुनाव परिणामों को लेकर भ्रम फैला रहे हैं भाजपा अध्यक्ष : कांग्रेस
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष द्वारा भाजपा का पंचायतों में जीत दर्ज करने का दावा ठोकने पर प्रदेश कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा ने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वी.डी. शर्मा द्वारा जनपद एवं जिला पंचायत चुनावों को लेकर आज फिर परोसे गये झूठ और फरेब के आंकड़ों का खंडन करते हुए उन्हें चुनौती दी है कि यदि उनके दावों में सच्चाई है तो वे वास्तविक आंकड़ों के साथ रूबरू हों। मिश्रा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि पैसा, पद, पुलिस और प्रशासन का सहारा लेकर भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर उसे गर्त में डालने पर आमादा है। लिहाजा, कांग्रेस श्री कमलनाथ जी के नेतृत्व में कल मतगणना दिवस पर लोकतंत्र को बचाने के लिए सड़क से आसमान तक लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने कहा कि इन परिणामों को लेकर भाजपा नेताओं के बयानों में ही परस्पर विरोधाभास है। वी.डी. शर्मा जीत के आंकड़ों को 80 प्रतिशत बता रहे हैं तो वहीं मुख्यमंत्री उनसे इतर कुछ और आंकड़े बता रहे हैं, जबकि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा जहां 52 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्षों का निर्वाचन होना है, वे 54 जिले बताते हुए 44 स्थानों पर विजयी होने का दावा कर रहे हैं, जिन्हें जिलों का ही ज्ञान नहीं हो, आंकड़ों में विरोधाभास हो उनके दावों पर विश्वास करना कितना जायज होगा?
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