इस्तांबुल (Istanbul)। इराक (Iraq) और तुर्किये (Turkey) के बीच खींचतान जारी है। दो दिनों से लगातार इराक (Iraq) के कुर्द आतंकियों के हमलों (attacks by kurdish terrorists) में तुर्किये सैनिकों की मौतें (deaths of turkish soldiers) हो रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को कुर्द आतंकियों (kurdish terrorists) के साथ संघर्ष में छह तुर्किये सैनिकों की मौत (Six Turkish soldiers died) हो गई। इससे पहले शुक्रवार को भी संघर्ष में छह सैनिकों ने जान गंवाई थी।
सीमा में घुसपैठ की कोशिश
तुर्किये के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, कुर्द आतंकी चोरी-छिपे तुर्किये की सीमा से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। जवानों ने उन्हें रोकने के लिए हमला किया। आतंकियों ने भी हमले का जवाब दिया और फाइरिंग शुरू कर दी। सेना ने शनिवार को 13 आंतकियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, आंतकियों ने गोलीबारी के दौरान हमारे छह जवानों की जान ले ली। इससे एक दिन पहले, शुक्रवार को भी आंतकी घुसपैठ की फिराक में थे। जवानों ने हमला किया। जवाबी हमले में हमारे छह सैनिक शहीद हो गए। वहीं हमने चार आतंकियों को ढेर कर दिया।
आतंकियों के ठिकानों के खिलाफ तुर्किये हमलावर
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो, तुर्किये सीरिया और इराक के उन ठिकानों के खिलाफ लगातार हमला करता है, जो कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी या पीकेके का गढ़ हैं। तुर्किये सेना की ओर से कुर्दिस्तानी ठिकानों के खिलाफ लगातार ऑपरेशन्स को अंजाम दिए जाते हैं। हवाई हमले भी होते हैं। कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी एक प्रतिबंधित कुर्द अलगाववादी समूह है, जिसने 1980 के दशक से तुर्की के खिलाफ विद्रोह छेड़ रखा है। वहीं, पीकेके को संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा एक आतंकवादी संगठन माना जाता है। 1984 में संघर्ष शुरू होने के बाद से हजारों लोग मारे गए हैं।
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