इंदौर। विजयनगर पुलिस ने कल देवास के कंजर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर एक दर्जन चोरी की बाइक जब्त की, जबकि आरोपियों ने कुछ सालों में इंदौर से सौ से अधिक गाडिय़ां चुराना कबूल किया है।
शहर में पिछले साल 3800 गाडिय़ां चोरी हुई थीं। पुलिस को अंदेशा था कि ज्यादातर गाडिय़ां देवास के कंजर गिरोह ही चुराते हैं। उनके निशाने पर पूर्वी क्षेत्र के थाने पलासिया, एमआईजी, विजयनगर, लसूडिय़ा, खजराना, तिलकनगर और कनाडिय़ा रहते हैं। इसके चलते पुलिस ने उनके आने और जाने वाले मार्ग की निगरानी शुरू की थी। इसी के चलते दो दिन पहले पुलिस को सफलता मिली और पुलिस पार्टी ने दो बाइक पर आए चार कंजरों में से एक सचिन को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि राजा, अजय और एक अन्य फरार हो गए थे। सचिन कंजर से पूछताछ में पता चला कि वह देवास के पीपलरावां का रहने वाला है। ये सभी सालों से इंदौर से गाडिय़ां चुराकर ले जाते हैं। उसने कुछ सालों में सौ से अधिक गाडिय़ां चुराना कबूल किया है। इसके बाद अतिरक्ति पुलिस उपायुक्त राजेश रघुवंशी के नेतृत्व में आधा दर्जन थानों की टीम ने कंजरों के डेरों पर छापा मारा और लगभग एक दर्जन गाडिय़ां बरामद की। बाकी गाडिय़ों की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वे चार-पांच हजार में गाड़ी बेच देते या फिर उसको काटकर पुर्जे अलग-अलग कर बेच देते हैं। देवास और शाजापुर की इस तरह की कई गैंग सक्रिय हैं, जो इंदौर से गाडिय़ां चुराकर ले जाती हैं। एक गाड़ी पर तीन लोग आते और दो गाडिय़ां चुराकर वापस चंपत हो जाते हैं। गिरोह की कई वारदातें इंदौर के अलग-अलग क्षेत्रों में सीसीटीवी में कैद हो चुकी हैं। एक बार तो एमआईजी में वे पुलिस पार्टी पर हमला कर भाग गए थे।
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