इन्दौर। नगर निगम के 311 एप पर इन दिनों शिकायत का निराकरण करे बिना ही उसे बंद किया जा रहा है। पहले जब तक शिकायत हल नहीं होती थी, तब तक उसे हटाने की मनाही थी, लेकिन अब व्यवस्था झोनल कार्यालयों के हाथ में देने के बाद शिकायतों को हटाकर आंकड़े का खेल खेला जा रहा है और लोगों की समस्याएं जस की तस रहती हैं।
इसके पहले निगम के आला अधिकारी और महापौर के हाथ में इस एप की कमान होती थी। जब तक समस्या का हल नहीं होता था, तब तक उसे बंद नहीं किया जा सकता था। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि आंकड़ों का खेल दिखाने के लिए अधिकारी इन शिकायतों को अपने स्तर पर ही बंद कर देते हैं, ताकि बताया जा सके कि किसी प्रकार की कोई शिकायत पेंडिंग नहीं है। नियमानुसार शिकायतकर्ता जब तक अपनी समस्या को लेकर संतुष्ट नहीं हो जाता है, तब तक शिकायत को बंद नहीं किया जा सकता।
कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने बताया कि नई परिषद ने 311 एप की कमान झोनल अधिकारी और दरोगाओं को दे दी है और वे अपने ही स्तर पर इन शिकायतों को बंद कर देते हैं। निगम के नए पार्षदों को भी अधिकारी अपने हिसाब से चलता कर देते हैं और उन्हें भी गलत जानकारी देकर भ्रमित करते हैं। यही नहीं एक मामले में वार्ड क्रमांक 26 के रहवासियों ने 311 एप पर ड्रेनेज ओवरफ्लो की शिकायत की, लेकिन उसे भी बंद कर दिया गया। शिकायतकर्ता को कहा गया कि ड्रेनेज की नई लाइन डालना पड़ेगी, इसलिए आप सफाई की शिकायत वापस ले लीजिए। शिकायतकर्ता ने शिकायत वापस नहीं ली तो उस शिकायत का निराकरण बताकर उसे बंद कर दिया गया।
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