गुरुग्राम । स्टेडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. के मालिक (Owner of Stadia Infrastructure Pvt. Ltd.) प्रदीप सेठ और उसके बेटे के खिलाफ (Against Pradeep Seth and His Son) गुरुग्राम पुलिस में (In Gurugram Police) शिकायत दर्ज की गई है (Complaint has been Lodged) । गुरुग्राम पुलिस में शिकायत दर्ज करानेवाली जयपुर की एक महिला आवंटी का कहना है कि स्थानीय बिल्डर्स कंपनी स्टेडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. के मालिक प्रदीप सेठ और उसका बेटा और पार्टनर फ्लैट बेचने के नाम पर लोगों को लूट रहे हैं।
उनका आरोप है कि उन्होंने गांव मेंदवास स्थित काउंटी होम्स में फर्स्ट फ्लोर पर वर्ष 2015 में फ्लैट संख्या एफ-1 प्रदीप सेठ से 1.20 करोड़ रुपए में खरीदा था, जबकि 3 अन्य फ्लैट और खरीदे हुए हैं उन्होंने, लेकिन बिल्डर्स परचेज एग्रीमेंट की शर्तों का उल्लंघन करते हुए उन्हें पिछले 7 साल से तंग कर रहा है। चूंकि वे जयपुर रहती हैं। इसलिए गुरुग्राम आना-जाना कम होता है। इसी बात का फायदा उठाकर बिल्डर बेचे हुए फ्लैट पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। उसकी इन आदतों से इस बिल्डिंग में रहने वाले अधिकांश फ्लैटधारक परेशान हैं। उनका कहना है कि यह बिल्डर ऐसे ही लोगों के साथ चीटिंग करता है। यहां रहने वाले प्रदीप, धीरज, मनीष शर्मा समेत कई लोग इस बिल्डर के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा चुके हैं। इसमें उसके पार्टनर रमणीक बाबा और अतुल मेहरा भी इस आपराधिक षडयंत्र में शामिल हैं। इस बिल्डर्स के खिलाफ रेरा में भी केस चल रहा है।
गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त को दी लिखित शिकायत में पीड़ित महिला ने कहा है कि वे हाल ही जब गुरुग्राम फ्लैट पर आईं तो हालात देखकर हैरान हो गई। उनके फ्लैट में कोई दूसरा व्यक्ति जोरशोर से निर्माण कार्य करवा रहा है।प्रार्थिया को दिए गए 4 फ्लैटों में से 2 फ्लैट के बीच की दीवार तोड़कर दो फ्लैटों पर कब्जा कर रहा है। सेक्टर-65 की पुलिस ने शिकायत पर तुरंत मौका निरीक्षण किया। इस दौरान मौके के हालात से महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत सही पाई गई। इस पर पुलिस ने बिल्डर्स प्रदीप सेठ को थाने पर बुलाया तो वह बेटे अंशुल के साथ थाने पर आया। पुलिस ने उसे पाबंद किया दीवार ठीक कराने के साथ ही फरियादी महिला के साथ एग्रीमेंट की शर्तों का पालन करे। इस पर महिला ने बताया कि बिल्डर्स झूठ बोलता है। पिछले साल भी उसने एग्रीमेंट की शर्तों का पालन करने को कहा था। लेकिन, उसने कुछ नहीं किया। बल्कि लगातार तंग करता आ रहा है।
जयपुर की पीड़ित महिला का कहना है कि जो फ्लैट उन्हें दिए गए हैं वे रहने लायक ही नहीं हैं। क्योंकि छत की टंकियां टूटी पड़ी हैं। फ्लैटों में पानी टपकता है। दीवारों का प्लास्टर झड़ा हुआ है। फर्श टूटे पड़े हैं। वायरिंग बाहर निकल रही है। शिकायत करने पर बिल्डर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इसकी उन्होंने रेरा में भी शिकायत दर्ज कराई हुई है। खासखबर डॉट कॉम ने इस संबंध में रियल एस्टेट कंपनी के मालिक प्रदीप सेठ से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया। लेकिन, उनकी ओर से फोन का रिस्पांस नहीं दिया गया।
उल्लेखनीय है कि गुरुग्राम की इसी रियल एस्टेट कंपनी स्टेडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. ने दिल्ली की एक अन्य बिल्डर कंपनी के साथ मिलकर वर्ष 2008 में जोधपुर में ग्लोबल सिटी योजना लांच की थी। इन कंपनियों ने आम लोगों को इस स्कीम को लेकर बड़े सब्जबाग दिखाए। दावा किया था कि इस टाउनशिप में फाइव स्टार होटल, सैंड ड्यून्स रिसोर्ट्स, हैल्थ सेंटर, जिम, विश्वविद्यालय, अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्कूल, रेस्टोरेंट, क्लब और स्वीमिंग पूल जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी। इस तरह लोगों को बहुत महंगे दामों पर फ्लैट और विला बेचे। लेकिन, करोड़ों रुपए देकर भी लोग खुद को ठगा हुआ महसूस करने लगे थे। राज्य उपभोक्ता अदालत ने तब आवंंटी सर्वजीत विज, कल्पना चौधरी, अक्षय भंडारी, तेज सिंह परिहार और लक्ष्मीमल मेहता समेत 32 आवंटियों की शिकायत पर रियल एस्टेट कंपनी पर हर्जाना लगा चुकी है। अदालत ने बिल्डर को आदेश दिए थे कि वह जमा राशि 1 करोड़ 36 लाख 25 हजार रुपए के साथ 3 करोड़ 76 लाख रुपए ब्याज और 27 लाख 25 हजार रुपए का हर्जाना भी चुकाए।
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