भोपाल। मानसून आने को है, लेकिन शहर तैयार नहीं है। कोलार व नर्मदा की ग्रेविटी मेन और डिस्ट्रीब्यूशन लाइन में 10 बड़े लीकेज हैं और 150 से ज्यादा वॉल्व खराब हैं। सप्लाई के समय इन वॉल्व से पानी लीकेज होता है और सप्लाई के बाद एयर के साथ आसपास की मिट्टी लाइन में चली जाती है। नतीजा- घरों तक मटमैला पानी पहुंचता है और वह भी कम दबाव से। निगम के कॉल सेंटर व अफसरों को ऐसी रोज 80 कॉलोनियों से शिकायतें मिल रही हैं। मानसून से पहले ओवरहेड टैंक (टंकियां) की सफाई व लीकेज सुधारने का काम होता है, पर निगम ने अपनी परंपरा के अनुसार इस पर ध्यान नहीं दिया। नर्मदा लाइन में होशंगाबाद रोड पर बावडिय़ाकलां ब्रिज के पास 2 जगह व अरेरा हिल्स पर एनवीडीए ऑफिस के पीछे लीकेज है। चार इमली व पीएंडटी चौराहे पर कोलार लाइन में लीकेज है। ज्यादातर वॉल्व के स्पिंडल बदलने की जरूरत है। नगर निगम कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी ने कहा कि बड़े लीकेज के लिए शटडाउन लेना होगा। गर्मी बीतने के बाद इन्हें सुधारा जा सकेगा। वॉल्व सुधारने और टंकियों की सफाई का काम चल रहा है।
150 से ज्यादा ओवरहेड टैंक
शहर में पानी सप्लाई के लिए 150 से ज्यादा ओवरहेड टैंक हैं। बरसात से पहले इनकी सफाई होना चाहिए, लेकिन मई में जब ओवरहेड टैंक की सफाई करना थी तब निगम का जलकार्य विभाग नई कोलार लाइन को जोडऩे के काम में लगा हुआ था। इसके बाद नर्मदा में फॉल्ट आ गया।
घरों में आ रहा मटमैला पानी
रचना नगर निवासी केके त्रिपाठी के अनुसार सुबह पानी सप्लाई शुरू होने पर मटमैला पानी आता है। इसके साथ दबाव इतना कम होता है कि पहली मंजिल पर भी पानी नहीं चढ़ पा रहा। अरेरा कॉलोनी के ई-6 सेक्टर के रहवासियों के अनुसार नई कोलार लाइन से कनेक्ट होने के बाद से उनके यहां पानी के दबाव की शिकायत बरकरार है और अब पानी गंदा भी आने लगा है। ई-7 अरेरा कॉलोनी में खराब वाल्व से मिट्टी पाइप लाइन में जा रही है। अशोका गार्डन, ऐशबाग, सुभाष नगर, अयोध्या बायपास सहित कई अन्य क्षेत्रों में भी ऐसी ही शिकायतें आ रही हैं।
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