नागदा। सोमवार देर रात तेज बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने प्रभावित हुई फसलों का मुद्दा चल ही रहा कि बुधवार शाम बदले मौसम ने किसानों की चिंता और बढ़ा दी है। शाम 5 बजे से मौसम फिर बदल गया और तेज हवाएं चलने लगी। आसमान में काले बादल छाने लगा तथा शाम 6 बजे बाद बारिश शुरू हो गई। इस बारिश से किसानों की फसल को भारी क्षति पहुँची है। प्रदेश कांग्रेस सदस्य बसंत मालपानी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार आशीष खरे को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मालपानी ने कहा कि काफी हद तक किसानों का गेहूं ओलावृष्टि से खराब हो चुका है। ऐसे में बिना क्रॉप कटिंग के सर्वे कराकर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए। समय पर मुआवजा नहीं मिलने पर शासन के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन का वाचन जगदीश गुर्जर ने किया। इस मौके पर बलवंत सिंह गुर्जर, कुंवरजी पटेल, गोर्वधनसिंह गुर्जर, मांगू गुर्जर, अर्जुन गुर्जर, अर्जुन पंवार, भूरा गुर्जर, विनोद सेन, अशोक गुर्जर, चैनसिंग गुर्जर, लखन गुर्जर, मेहरबानसिंह गुर्जर, करणसिंह गुर्जर, दिलीप फतरोड, श्रवण सोलंकी, सत्येंद्र यादव आदि मौजूद थे।
गुर्जर ने कहा विधानसभा में उठाएंगे मामला
बारिश व ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों का मुद्दा विधानसभा में गूंजेगा। विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने बताया चंदवासला, बड़ागांव, निमाडी, नंदियासी, अंतलवासा, कमठाना, मड़ावदा, मडावदी, नरसिंहगढ, नंदवासला, सनासला, भुंवासा, कनवास, अर्जला, भाटखेडी, रामातलाई, बरामदखेडा, खेडावदा, अलसी, कलसी, अटलावदा, गिदगढ, बेडावन्या, बुरानाबाद, पचलासी, घिनोदा, भीमपुरा, भीकमपुर, निनावटखेडा, बोरदिया, रूनखेडा, नरेडीपाता, रिंगन्या, बटलावदी, पानवासा, नरेडी हनुमान सहित अनेक गांवों मेें भी गेहंू की फसलें प्रभावित हुई है। ऐसे में मामला विधानसभा में उठाकर सदन के सक्षम पीडित किसानों को जल्द मुआवजा व बीमा राशि प्रदान करने के आदेश देने का अनुरोध किया जाएगा।
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