नई दिल्ली: TMC सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) को लेकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने एक बार फिर हमला बोला है. यह तब हुआ जब पहली बार पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने महुआ मोइत्रा को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी थी. उन्होंने कहा था कि वह लोकसभा निष्कासन से और लोकप्रिय हो जाएंगी, जिससे पार्टी को फायदा होगा. इसी पर निशिकांत दुबे ने मोइत्रा की तुलना दाऊद इब्राहिम से कर दी.
उन्होंने कहा, “अगर दाऊद इब्राहिम भी उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से चुनाव लड़ता है तो मुझे लगता है कि 99% संभावना है कि वह चुनाव जीत जाएगा. ममता जी का सिद्धांत सही है, इसका मतलब है कि दाऊद इब्राहिम गद्दार नहीं है. उन्होंने (महुआ मोइत्रा) ने सिर्फ दर्शन हीरानंदानी को लॉगिन क्रेडेंशियल प्रदान नहीं किया था. इसे कई स्थानों- दिल्ली, बेंगलुरु, सैन फ्रांसिस्को से लॉग इन किया गया था. यह एक बड़ी साजिश है. लेकिन यह INDI गठबंधन का इतिहास है कि वे दाऊद इब्राहिम जैसे भ्रष्ट, देशद्रोही व्यक्तियों को पसंद करते हैं.”
बता दें कि CM ममता बनर्जी ने महुआ को लेकर हुए विवाद पर अपनी लंबी चुप्पी तोड़ी थी. लोकसभा से सांसद महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने की योजना बन रही है. सांसद मोइत्रा और उनके खिलाफ लगाए गए कैश-फॉर-क्वेरी आरोपों के बाद लंबी समय तक चुप रहने के बाद यह ममता बनर्जी की पहली टिप्पणी थी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मोइत्रा के प्रस्तावित निष्कासन से उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में मदद मिलेगी. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ‘वर्तमान में विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही केंद्रीय एजेंसियां 2024 के चुनावों के बाद भाजपा के पीछे लग जाएंगी.’
बता दें कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे लगातार हमलावर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने कहा था कि मोइत्रा का मामला 2005 के ‘कैश फॉर क्वेरी स्कैम’ से भी गंभीर है. महुआ पर आरोप है कि उन्होंने लोकसभा में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे और महंगे तोहफे लिए थे. यह मामला तब गंभीर हो गया जब अपने हलफनामे में खुद दर्शन हीरानंदानी ने इसे कबूल लिया. उन्होंने इस विवाद में दावा किया कि महुआ ने केंद्र सरकार से सवाल पूछने के लिए अपनी संसदीय लॉगिन का इस्तेमाल किया था.
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