– लोग जून में तो हद में रहे, लेकिन जुलाई आते-आते बेफिक्र हो गए
इन्दौर। शहर में पिछले तीन दिनों से कोरोना मरीजों के जो आंकड़े आ रहे हैं, उसका सीधा कारण लोगों का बड़ी संख्या में घर से बाहर निकलना और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में घूमना है। कल रेसीडेंसी में हुई बैठक में भी यही बात सामने आई कि सामुदायिक संक्रमण के कारण ही मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
1 जून से जिला प्रशासन ने शहर को अनलॉक करना शुरू किया था। उसके बाद 7 जून को अनलॉक के दूसरे चरण में लोगों को कई छूट दी गईं। धीरे-धीरे बाजार खुलने लगे और जहां सबसे ज्यादा भीड़ होती है, जैसे शहर के मध्य स्थित बड़े बाजार, सब्जी मंडी, हेयर सैलून, खान-पान की दुकानें, ये जुलाई अंत तक आते-आते खुल गईं। बैठक में ये बात सामने आई कि जून में तो लोगों ने काफी सावधानी रखी, लेकिन जब 15 दिनों में मरीजों की संख्या घटने लगी तो लापरवाह हो गए और जुलाई आते-आते बड़ी संख्या में एक जगह जमा होने लगे। खान-पान के ठीयों पर जाने लगे और पार्टियां होने लगीं, इसलिए संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ा।
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