नई दिल्ली। खुदरा महंगाई (Retail inflation) बीते दो माह से चार फीसदी से नीचे है, लेकिन आपकी थाली में मुख्य भोजन के तौर पर शामिल प्रमुख सब्जियों के दाम आसमान (Major Vegetables prices sky high) छू रहे हैं। बीते दो साल में आलू-प्याज और टमाटर (Potato-Onion and Tomato) की कीमतें दोगुनी हो गई हैं। मसूर को छोड़ अन्य दालों (Pulses Prices) के दाम भी तेजी से बढ़े (Increased rapidly) हैं। मसाले भी अब चटकारे लेने लगे हैं।
आरबीआई (RBI) ने मासिक समीक्षा में माना है कि इन तीनों सब्जियों के दाम बीते दो वर्ष में करीब दोगुना या उससे अधिक बढ़ गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर 2022 से सितंबर 2024 के बीच दाम तेजी से बढ़े हैं। उदाहरण के लिए सितंबर 2022 में टमाटर का औसत मूल्य 20 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे थे लेकिन अब यह 50 रुपये के करीब है। इसी तरह से प्याज के औसत दाम देश के कई हिस्सों में 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं। आलू की कीमत भी 60 रुपये प्रति किलोग्राम से ऊपर चली गई है।
मसालों की कीमतों में भी तेज उछाल
बीते कुछ महीनों में मसालों और खाद्य तेल की कीमतों में तेज उछाल आया है। जीरा 27 हजार रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गया है, जिसके 29 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंचने का अनुमान है। यह आंकड़ा रिजर्व बैंक द्वारा जारी रिपोर्ट से अलग है।
सरसों और सोया तेल में उबाल
उधर, सरसों, सोयाबीन और रिफाइंड समेत अन्य खाद्य तेल की कीमतों में त्योहार से पहले 15 से 20 रुपये प्रति लीटर की तेजी देखने को मिल रही है। वहीं, अरहर दाल की कीमतों में सबसे ज्यादा तेजी आई है। इसका भाव करीब 50 से 60 रुपये प्रतिकिलो तक चढ़ चुका है। वहीं, उड़द करीब 10 रुपये और मूंगदाल 8 से 10 रुपये प्रतिकिलो तक महंगी हुई है।
आपूर्ति सुधारनी होगी
जेएनयू के सेवानिवृत्त प्रोफेसर अरुण कुमार का कहना है कि देश में सप्लाई व्यवस्था उतनी बेहतर नहीं है, जितनी किसी विकसित देश में होती है। सरकार स्टोरेज और आपूर्ति का बेहतर तरीके से प्रबंधन करे तो कीमतों को बेतहाशा बढ़ने से रोका जा सकता है।
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