– डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यूपी यात्रा का व्यापक महत्व रहा । देश के समग्र विकास में नगर और गांव दोनों शामिल हैं । इसके प्रति नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ कटिबद्ध हैं। लखनऊ में उद्योग विकास का संकल्प भी दिखाई दिया। यह संयोग है कि लगभग इसी समय मोदी सरकार ने अपने आठ वर्ष पूरे किए । इस दौरान उत्तर प्रदेश में योगी सरकार को दुबारा जनादेश मिला। डबल इंजन सरकार समग्र विकास की दिशा में कार्य कर रही है । कानपुर देहात के परौंख गांव के लिए भी ऐतिहासिक दिन रहा । राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और मुख्यमंत्री एक साथ पहुंचे । डॉ. आंबेडकर और महात्मा गांधी का स्मरण किया। दोनों के विचारों पर अमल का संकल्प व्यक्त किया गया । संविधान की भावना के अनुरूप प्रजातंत्र को मजबूत बनाने पर विचार हुआ ।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर परिवारवाद को स्वस्थ प्रजातंत्र के प्रतिकूल बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवाओं ने परिवारवादियों को सत्ता से बाहर कर दिया है । अब यह लोग सब एक हो रहे हैं। लोकतंत्र में परिवारवादी पार्टियों से बचने की जरूरत है। देश में मजबूत विपक्ष होना चाहिए, लेकिन इसमें परिवारवाद की बीमारी नहीं रहनी चाहिए । तभी लोकतंत्र मजबूत होगा। गांव के बेटे-बेटी भी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बनें, इसके लिए परिवारवादी पार्टियां से मुक्ति जरूरी है । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परौंख में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने एक साथ आकर महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार किया है। देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। उत्तर प्रदेश के विकास के लिए अस्सी हजार करोड़ रुपये के निवेश का शुभारंभ करके सीधे प्रधानमंत्री इस गांव पहुंचे हैं। देश के हर क्षेत्र में परिवर्तन दिख रहा है। उसी का असर है कि परौंख आदर्श और डिजिटल गांव बन गया है। काशी के साथ उत्तर प्रदेश का समग्र विकास हो रहा है।
ग्राम परौंख में आजादी के अमृत महोत्सव की शृंखला में मेरा गांव मेरी धरोहर अभियान के अन्तर्गत आयोजित समारोह की झलक सारे संसार ने देखी। राष्ट्रपति अपने पैतृक आवास मिलन केंद्र को सार्वजनिक उपयोग के लिए दान कर चुके हैं। अब यह सामुदायिक मिलन केंद्र के रूप में परिवर्तित हो चुका है। इसमें स्वयं सहायता समूहों की महिला सदस्यों को विभिन्न कार्याें के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री के बाबा साहब के आधुनिक भारत के निर्माण के संकल्प के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त करने पर खुश जताई। राष्ट्रपति ने कहा बाबा साहब मानते थे कि हमारे लोकतंत्र की जड़ें देश की प्राचीन परम्पराओं से ही अपनी जीवनी शक्ति प्राप्त करती हैं। भारतीय संस्कृति पर आधारित समावेशी तथा समरस समाज के निर्माण तथा गरीब, पिछड़े वर्ग के उत्थान के प्रति बाबा साहब जीवन भर संघर्षरत रहे। उनके आदर्शाें को जिस प्रकार प्रधानमंत्री ने कार्य रूप दिया है, वह सभी के लिए अनुकरणीय और अपने आप में मिसाल है।
मोदी ने कहा कि भारत की आत्मा गांव में बसती है, क्योंकि गांव हमारी आत्माओं में बसता है। भारत के गांव अध्यात्म, आदर्श, परम्पराओं, प्रगतिशीलता संस्कार,सहकार,ममता और समता के प्रतीक होते हैं। अमृत काल में ऐसे ही गांवों का पुनर्गठन, पुनर्जागरण करना हमारा कर्तव्य है। भारत के गांवों में तीव्र गति से सड़कों का निर्माण हो रहा है। ऑप्टिकल फाइबर बिछाया जा रहा है। आवास बन रहे हैं। एलईडी स्ट्रीट लाइट लग रही हैं। शहरों के साथ हमारे गांव भी विकास के पथ पर कदम से कदम मिलाकर चलें, यह हमारा संकल्प है। ड्रोन जैसी तकनीक के प्रयोग से खेती किसानी से जुड़े मुश्किल से मुश्किल काम आसानी से किए जा रहे हैं। तकनीक के जरिये किसान की सुविधा और आमदनी दोनों बढ़ें, इस दिशा में और भी तेजी से कार्य किया जा रहा है। जनधन योजना, आवास योजना, उज्ज्वला योजना,हर घर जल योजना,आयुष्मान भारत योजना आदि योजनाओं का लाभ करोड़ों गांववासियों को मिला है। गरीबों के कल्याण के लिए देश ने तेजी से कार्य किया है।
इससे पहले राजधानी लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-3 में उद्योग विकास का संदेश दिया गया । आज उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन इकोनॉमी वाला राज्य बनने की दिशा में अग्रसर है । प्रधानमंत्री ने अस्सी हजार करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट के निवेश प्रस्तावों का शुभारम्भ किया। इसमें कोई दोराय नहीं है कि उत्तर प्रदेश के सभी इलाकों को इसका लाभ मिलेगा। इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। बेहतर माहौल के चलते उद्योगपतियों की दिलचस्पी बढ़ी है । प्रदेश उपभोक्ता राज्य से निर्यातक राज्य के रूप में उभर रहा है। डेटा सेंटर, आईटी और इलेक्ट्रानिक के क्षेत्र में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर एवं कनेक्टिविटी से परिवेश बदला है। पहले देश में प्रदेश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में देश में चौदहवें स्थान पर था। आज प्रदेश दूसरे स्थान पर आ गया है।
(लेखक, स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं।)
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