भोपाल। संभागीय कमिश्नर कवीन्द्र कियावत ने सोमवार को संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर भोपाल मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने भूमि अधिग्रहण के प्रकरणों को त्वरित गति से निराकृत करने के निर्देश दिए और कंपनी से भी कहा है कि जहाँ भूमि विवाद नहीं है, उन हिस्सों में निर्माण कार्य तेजी से करें। बैठक में कलेक्टर अविनाश लवानिया, मंडल रेल प्रबंधक, आयुक्त नगर निगम सहित संबंधित विभागों के अधिकारी और एसडीएम उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया कि मेट्रो के दो रूट परपल और रेड की लंबाई क्रमश: 16.8 और 14.2 किलोमीटर होगी तथा दोनों में कुल 29 स्टेशन होंगे। परपल लाइन में प्राथमिकता क्रम में एम्स से सुभाष नगर को लिया गया है जिसके अगस्त 2023 तक निर्मित होने की संभावना है जबकि भदभदा से रत्नागिरी तक मई 2024 तक पूर्ण होने की संभावना व्यक्त की गई है। इसी तरह ऐशबाग से करोंद तक के रूट के पूरा होने की समय-सीमा दिसम्बर 2024 तक संभावित है।
संभागायुक्त कियावत ने परपल लाइन रूट के निर्माण के उन 15 स्थलों के भूमि अधिग्रहण की समीक्षा की, जिन्हें अगस्त 2023 तक पूरा किया जाना है। उन्होंने नगर निगम, एम्स, रेल्वे, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय और महिला बाल विकास के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आगामी 7 से 15 दिन की अवधि में व्यवस्था बनाकर मेट्रो कंपनी को अधिग्रहीत जमीन सौंपे। उन्होंने यह भी कहा कि उससे पहले ही निर्माण शुरू करने की प्रावधिक अनुमति भी दी जाए।
कियावत ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे चिन्हित जमीन का सीमांकन कर कंपनी को सौंपे। उन्होंने कहा कि जहाँ आवश्यकता हो वहाँ कलेक्टर के संज्ञान में लाकर भूमि संबंधी विवाद का निबटारा कराएं। (एजेंसी, हि.स.)
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