उच्च शिक्षा विभाग ने लिया फैसला, दूसरे कॉलेजों में शिफ्ट होगा स्टाफ
इंदौर। उच्च शिक्षा विभाग ऐसे सभी सरकारी कॉलेजों को बंद करने जा रहा है, जिनमें 100 से कम विद्यार्थी हैं। अब तक की समीक्षा में विभाग के सामने आया है कि 50 से कम छात्रों वाले कॉलेज पूरे प्रदेश में 51 हैं। इनमें इस साल प्रवेश लेने वाले छात्रों समेत शैक्षणिक व गैरशैक्षणिक स्टाफ को नजदीक के कॉलेज में स्थानांतरित किया जाएगा। इन 51 कॉलेजों में इस साल करीब तीन हजार विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। इन कॉलेजों को बंद करने के लिए पिछले साल भी प्रस्ताव तैयार किया था, पर बाद में ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। इन कॉलेजों में आट्र्स, कॉमर्स और साइंस विषय का अध्यापन होता है।
प्रदेश के 497 सरकारी कॉलेजों की यूजी और पीजी कक्षाओं में इस शैक्षणिक सत्र 2020-21 प्रवेश हुए हैं। इन कॉलेजों में पदस्थ प्रोफेसरों समेत गैर-शैक्षणिक स्टाफ से उनसे नजदीक के कॉलेज की पसंद पूछी जाएगी। इसके बाद उन्हें उस कॉलेज में स्थानांतरित किया जाएगा। खास बात यह है कि इन कॉलेजों के पास स्वयं का भवन भी नहीं है। अधिकांश कॉलेज किराए के भवन में संचालित किए जा रहे थे। हालांकि कुछ कॉलेजों को सरकारी भवन में संचालित किया जा रहा था। इन कॉलेजों में खेल मैदान और लाइब्रेरी भी नहीं थी। इनमें प्रोफसरों की संख्या भी दो से लेकर पांच तक थी। अधिकांश कॉलेज अतिथि विद्वानों द्वारा ही संचालित किए जा रहे थे।
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