उज्जैन। फर्जी गरीबी रेखा राशन कार्ड वालों को कलेक्टर ने अंतिम चेतावनी दी है कि वे सूची से अपना नाम कटवा लें नहीं तो केस दर्ज होंगे।
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि उज्जैन शहर में बीपीएल सूची की जांच जारी है। अभी 17 हजार राशन कार्ड की जांच हो चुकी है जिसमें से 2 हजार अपात्र अर्थात फर्जी राशन कार्ड पाए गए हैं, उन्हें नोटिस जारी किए जा रहे हैं जिसमें कहा गया है कि अगर कोई अपात्र हितग्राही बीपीएल राशन कार्ड का फायदा ले रहा है तो वह स्वयं बीपीएल सूची से अपना नाम कटवा ले, बाद में जाँच हुई और गड़बड़ी पाई गई तो संबंधित व्यक्ति पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं अभी तक उसने जो शासन को धोखा देकर गरीबी रेखा राशन कार्ड के माध्यम से फायदा उठाया है उसकी शुरु से आखिरी तक रिकवरी की जाएगी। कलेक्टर ने साफ कहा कि यह अंतिम चेतावनी है। उल्लेखनीय है कि उज्जैन जिले में 67 हजार बीपीएल राशन कार्ड धारी है जिनका भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। इनमें से उज्जैन शहर में ही 40 हजार से ज्यादा फर्जी राशन कार्ड होने की संभावना है। दो साल पहले भी बीपीएल राशन कार्डों की जाँच का काम शुरु किया गया था लेकिन कोरोना महामारी के बाद से यह अभियान रूक गया था। अब एक बार फिर कलेक्टर के निर्देश पर अधिनस्थ अधिकारी सक्रिय हुए हैं और लगातार फर्जी बीपीएल राशन कार्डधारी लोगों की मौके पर जाकर जाँच की जा रही है। इस आदेश के बाद फर्जी राशन कार्ड का फायदा उठा रहे हजारों लोगों में हड़कंप मच गया है। जानकारों का कहना है कि अभी तक करीब 15 फीसदी जाँच में ही 2 हजार फर्जी राशन कार्ड मिल चुके हैं।
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