भोपाल । मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अब ठंड (Cold) का असर दिखना शुरू हो गया है, उत्तर भारत (India) की तरफ से आ रही बर्फीली हवाओं (icE winds) के चलते कई जिलों में ठिठुरन महसूस की गई, इन हवाओं का असर सबसे ज्यादा ग्वालियर-चंबल (Gwalior-Chambal) अंचल पर देखा जा रहा है। क्योंकि ग्वालियर और दतिया की रात प्रदेश (State) में सबसे ठंडी रही, जहां तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया।मौसम विभाग (weather department) की तरफ से बताया गया है कि अब तापमान में गिरावट का दौर शुरू होगा, क्योंकि पहाड़ों में हुई बर्फबारी के चलते उत्तर की तरफ से आ रही तेज बर्फीली हवाओं ( winds)के चलते सर्दी बढ़ने लगी है, राजधानी भोपाल (capital Bhopal) सहित सभी जिलों के तापमान में गिरावट देखी जा रही है। प्रदेश के 10 से ज्यादा जिलों का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे पहुंच गया है। यहां रात के तापमान में सबसे ज्यादा गिरावट देखी जा रही है।
ग्वालियर और दतिया (Gwalior and Datia) की रात सबसे ज्यादा ठंडी रही। दोनों ही जगह तापमान 7 डिग्री से नीचे पहुंच गया था। मौसम विभाग (weather department) की माने तो इस तरह की सर्दी 13 दिसंबर तक रहेगी, जबकि 14 दिसंबर से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय (western disturbance active) होगा। बताया जा रहा है कि अब प्रदेश में कोहरे का असर भी तेजी से बढ़ेगा जिससे दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज होगी और सर्दी का असर बढ़ेगा। वहीं ग्वालियर और दतिया के अलावा, शिवपुरी में 8 डिग्री, श्योपुर 8 डिग्री, भिंड में 8 डिग्री, मुरैना में 9 डिग्री, खजुराहो 9 डिग्री, गुना में 10 डिग्री, छतरपुर में 8.5 डिग्री और सीधी में 10 डिग्री, जिले का तापमान सबसे कम दर्ज किया गया। वहीं राजधानी भोपाल का तापमान भी 12 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। मौसम विभाग की तरफ से बताया गया कि अभी प्रदेश में अगले एक हफ्ते तक शीतलहर जैसी संभावना तो नहीं बनती नजर आ रही है। लेकिन प्रदेश में अब दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज होने से ठंड जरूर बढ़ेगी। यानि कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में अब ठंड बढ़ने वाली है। मौसम वैज्ञानिक जीडी मिश्रा ने बताया कि भले ही प्रदेश में कड़ाके की ठंड नहीं हो लेकिन अब धीरे-धीरे ठंड का असर बढ़ेगा। अभी तो इस हफ्ते मौसम ऐसा ही रहेगा। लेकिन अब ठंड का सीजन शुरू होने वाला है, ऐसे में लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि जंगली क्षेत्र में बिजीविलटी कम होने की संभावना बनती है, हालांकि उन्होंने बारिश जैसी आशंका से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि फिलहाल बारिश जैसी कोई आशंका नहीं बन रही है. लेकिन ग्वालियर और जबलपुर संभाग के साथ-साथ अब बुंदेलखंड और अन्य क्षेत्रों के तापमान में भी गिरावट दर्ज होगी.
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