लखनऊ। पहाड़ों पर हो रही भारी बर्फवारी के साथ उत्तरी पश्चिमी हवाएं चलने से उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से छह डिग्री सेल्सियस नीचे चल रहा है। ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जनपद शीतलहर की चपेट में चल रहे हैं। रविवार को उत्तर प्रदेश का बहराइच जनपद सबसे ठंडा रहा और यहां का न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। पहाड़ों से चल रही सर्द हवाओं से उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे जा रहा है और सर्द हवा चलने के चलते ठंड काफी बढ़ गई है। अगले एक हफ्ते तक अलग-अलग जनपदों में कड़ाके की ठंड पड़ती रहेगी। हालांकि एक हफ्ते बाद ही थोड़ी राहत की उम्मीद की जा सकती है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर पिछले दो दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। घने कोहरे और ठंड की स्थिति पश्चिम और पूर्वी यूपी में देखने को मिली। रविवार को उत्तर प्रदेश का बहराइच जनपद सबसे ठंडा रहा और यहां का न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इसके साथ ही राज्य के अलग-अलग स्थानों पर शुष्क मौसम और उथले से मध्यम कोहरे का अनुमान लगाया गया है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन पाण्डेय ने बताया कि मैदानी इलाकों के लिए शीत लहर की घोषणा तब की जाती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे हो और लगातार दो दिन तक सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम हो। यह स्थिति उत्तर प्रदेश में अभी 24 दिसम्बर तक बनी रहेगी और शीतलहर का क्रम बरकरार रहेगा। हालांकि इसके बाद कुछ सुधार होने की संभावना है पर लोगों को कड़ाके की ठंड से अभी निजात नहीं मिलने वाली है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के मध्य क्षेत्र को छोड़कर ज्यादातर जनपदों में कोहरे का भी असर देखने को मिल रहा है। यही नहीं जब उत्तरी पश्चिमी हवाओं की रफ्तार धीमी पड़ेगी तो कोहरे का प्रकोप बढ़ेगा और रात के तापमान में गिरावट आएगी।