इंदौर। दिसंबर के महीने में कड़ाके की सर्दी (cold winter in the month of december) लोगों को ठिठुरन (chills) से भर देती है, लेकिन इस बार आधे से ज्यादा दिसंबर सर्द हवाओं के इंतजार (waiting for the wind) में ही बीत गया। आज जाकर उत्तर की हवाओं ने मौसम का मिजाज बदला और शीतलहर कुछ इस तरह उठी कि सूरज दुबक गया और तापमान (Temperature) 11 डिग्री तक जा पहुंचा। कल सुबह से ही मौसम का मिजाज बदला बदला था तो दोपहर 3 बजे तक सर्द हवाओं ने गति बढ़ाई और शाम होते-होते तो शीतलहर का असर इंदौर (Indore) में देखा गया। दिन और रात के तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट (degree drop) 12 घंटे के मौसम के मिजाज में बदलाव से आ गई। 2 दिन पहले जहां दिन का पारा 27 डिग्री के करीब चल रहा था, वह लुढक़कर 24 डिग्री के नीचे पहुंच गया तो रात का पारा भी 15 डिग्री से लुढक़कर 11 डिग्री पर आ गया। शहर में घनी आबादी के कारण पिछले 24 घंटों के दौरान धुंध असरदार नहीं रही तो ग्रामीण क्षेत्र और हाईवे पर सुबह , दोपहर और शाम में भी धुंध का असर रहा
दो पहिया वाहन चालक परेशान
शीतलहर का सबसे ज्यादा असर दो पहिया वाहन चालकों को करना पड़ा। हाईवे को बाहरी क्षेत्रों में लोगों की गाड़ी की रफ्तार कमजोर रही, वहीं ठंड में ठिठुरते हुए दो पहिया वाहन चालक अपने गंतव्य तक पहुंचे।
शहर में जल उठे अलाव
1 दिन में तापमान 4 डिग्री करीब नीचे जाने से इंदौर के मौसम शौकीनों ने जायके का लुफ्त तो लिया, साथ ही गली-मोहल्ला में अलाव भी ठंड से बचने के लिए जलाए।
मंदसौर, नीमच, उज्जैन तक पहुंची ठंड
मौसम वैज्ञानिकों (weather scientists) की माने तो पंजाब, हरियाणा, गुजरात और राजस्थान में इस समय उत्तरी राज्य में हो रहे हिमपात का असर साफ दिख रहा है। राजस्थान से सटे क्षेत्र मंदसौर, नीमच, उज्जैन, रतलाम में इस समय कड़ाके की सर्दी जैसा नजारा है तो इंदौर, धार और झाबुआ में भी सर्द हवाओं कि सिहरन से लोग परेशान हैं। इसके साथ ही धुंध का शहरी क्षेत्र को छोडक़र ग्रामीण क्षेत्रों में काफी असर डाल रहा है। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी है कि आलू, चने की फसल को धुंध से बचाने के लिए खेतों के आसपास धुआं करें। जिन फसलों में फूल आ गए हैं, उन्हें ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। हालांकि गेहूं के लिए यह मौसम लाभदायक रहेगा। आने वाले 1 सप्ताह में पारा गोता लगा सकता है और तापमान 9 डिग्री तक पहुंचने के पूरे आसार बने हुए हैं।
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