चुनावी खर्च की दरें भी तय
इंदौर। आचार संहिता (Code of conduct) का इंतजार सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को सबसे अधिक है, ताकि राजनीतिक दबाव-प्रभाव से फिलहाल मुक्ति मिल सके, क्योंकि धड़ाधड़ घोषणाएं हो रह है और सभी विभागों के खजाने खाली हो गए। आज मतदाता सूची (Voter List) का अंतिम प्रकाशन है और 6 अक्टूबर को पर्यवेक्षकों की बैठक आयोग ने बुलाई है, जिसके चलते अनुमान है कि 7 या फिर 9 को आचार संहिता लागू हो सकती है।
वैसे मुख्यमंत्री (CM) कार्यालय ने 9 अक्टूबर को वर्चुअली लोकार्पण, भूमिपूजन, हित लाभ वितरण, सिंगल क्लिक से राशि वितरण के संबंध में सभी विभागों से जानकारी बुलवाई है, जिसके चलते यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि 9 अक्टूबर को दोपहर या शाम तक आयोग चुनावी कार्यक्रमों की घोषणा कर सकता है। भारत निर्वाचन आयोग जिस दिन पत्रकार वार्ता बुलाकर 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित करेगा उसी वक्त से आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। पिछले विधानसभा चुनाव में 5 अक्टूबर से आचार संहिता लागू हुई थी। लिहाजा अभी सभी राजनीतिक दलों से लेकर अधिकारियों को आचार संहिता का ही इंतजार है। आज मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन हो रहा है और उसके बाद 6 अक्टूबर को आयोग ने इन 5 राज्यों में तैनात किए जाने वाले पर्यवेक्षकों की बैठक भी शाम को बुलाई है। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले दिन यानी 7 अक्टूबर शनिवार को चुनावी कार्यक्रमों के साथ आचार संहिता लग सकती है और उस दिन नहीं लगी तो फिर अगले दिन रविवार है। लिहाजा फिर 9 अक्टूबर को ही संभावना अधिक है। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री कार्यालय ने सभी विभागों से निर्धारित प्रारुप ने लोकार्पण, भूमिपूजन, हित लाभ के साथ सिंगल क्लिक के माध्यम से राशि वितरित की जाने वाली योजनाओं और हितग्राहियों की जानकारी मांगी है, जिसमें 9 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा प्रदेशव्यापी कार्यक्रम के तहत वर्चुअली ये आयोजन किए जाना है। 9 अक्टूबर को 12 बजे के पहले ही ये वर्चुअल लोकार्पण, भूमिपूजन व अन्य कार्य सम्पन्न हो जाएंगे।
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