साथ ही पौने दो करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले राऊ थाने का भी भूमिपूजन
इन्दौर। राऊ चौराहे पर बनने वाले ब्रिज के भूमिपूजन की तैयारियां शुरू हो गई है। 7 नवम्बर को ब्रिज का भूमिपूजन स्थानीय नेताओं के साथ सांसद शंकर लालवानी करने जा रहे हैं, ताकि ओवरब्रिज निर्धारित अवधि में तैयार हो सके। पुल के पूरा होने की अवधि अगले साल दिसम्बर तक रखी गई है। इसके साथ ही राऊ में बनने वाले अत्याधुनिक थाने का भूमिपूजन भी इसी दिन किया जाएगा।
खजराना और भंवरकुआं ब्रिज का भूमिपूजन अधर में लटका हुआ है, लेकिन इसके पहले राऊ फोरलेन ब्रिज के काम की शुरूआत होने जा रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा इस ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है, जिसके टैंडर हो चुके हैं और रीवा की कंपनी विंध्या कंस्ट्रक्शन को इसका काम दिया गया है। ब्रिज 30 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा, ताकि राऊ चौराहे पर लगने वाले ट्राफिक जाम से निजात मिल सके। ब्रिज बन जाने से बायपास से सीधे महू फोरलेन की ओर ट्राफिक आ-जा सकेगा। ब्रिज का भूमिपूजन 7 नवम्बर को किया जा रहा है। इसके पहले कल कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर कार्यक्रम प्रभारी कमलपुरी गोस्वामी, राऊ परिषद अध्यक्ष पम्मी विजय पाटीदार, सांसद प्रतिनिधि हेमचंद्र मित्तल, रवि पांचाल सहित नेशनल हाइवे के अधिकारियों के साथ भूमिपूजन स्थल का मुआयना किया। कार्यक्रम में किसी बड़े नेता को न बुलाकर सांसद शंकर लालवानी, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती, वरिष्ठ नेता मधु वर्मा द्वारा किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस ब्रिज का निर्माण अगले साल दिसम्बर तक पूरा किया जाना है। इसके स्पष्ट निर्देश कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिए गए हैं। काम शुरू होने के बाद यातायात एक ही लेन पर डायवर्ट किए जाने की योजना है। इसके कारण राऊ चौराहे पर हालात बिगड़ सकते हैं। हालांकि ब्रिज बनने के बाद एक बड़ी समस्या से वाहन चालकों को निजात मिलेगी। रविवार को होने वाले इस कार्यक्रम के साथ-साथ राऊ थाने के नए भवन का भूमिपूजन भी किया जाएगा। पूरे प्रदेश में यह भवन अत्याधुनिक और स्मार्ट रहेगा और इसकी लागत पौने दो करोड़ रुपए आएगी। कल दौरे में पुलिस हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी भी मौजूद थे जो थाने का निर्माण कर रहे हैं। इसका निर्माण इंदौर की ही अमित स्टील इंडस्ट्रीज द्वारा किया जा रहा है। इसका निर्माण भी अगले साल तक पूरा होने की संभावना है।