लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने रविवार को एक अहम फैसला लेते हुए यूपी बोर्ड (UP Board) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा के बाद छात्रों को प्रमोट करने और परिणाम घोषित (UP Board Result) करने के फॉर्मूले की मंजूरी दे दी. दरअसल कोरोना की वजह से परीक्षाएं रद्द हुई थी.
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि कुल 29 श्रेणियों के अलग-अलग फॉर्मूला तय किया गया है. उन्होंने बताया कि हम लोग हाईस्कूल के 50% और कक्षा के अर्धवार्षिक के 40% और प्री बोर्ड के 10 प्रतिशत मार्क्स को आधार बनाकर रिजल्ट घोषित किया जाएगा. हाईस्कूल के लिए कक्षा 9 के 50% और अर्धवार्षिक परीक्षा के 50 प्रतिशत अंक को आधार बनाकर रिजलट घोषित होगा.
डिप्टी सीएम ने बताया कि जो भी छात्र इससे संतुष्ट नहीं होंगे वो बाद में परीक्षा देकर सुधार कर सकेंगे. चूंकि परीक्षा नहीं हुई है इसलिए इस बार कोई मेरिट लिस्ट जारी नहीं की जाएगी. इसी आधार पर जुलाई में अंक तालिकाएं जारी की जाएगी. उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के मुताबिक, उच्च शिक्षण संस्थाओं में एडमिश मिल पाए इसके लिए 24 जून को सभी कुलपतियों के साथ वर्चुअल माध्यम बैठक होगी. जिसमें सरकार की तरफ से उन्हें निर्देश दिए जाएंगे.
ये है फार्मूला
हाईस्कूल के परीक्षार्थियों को कक्षा 9 के 50% अंक और 10वीं प्री बोर्ड में प्राप्तांक अंक के 50% अंक देकर परिणाम घोषित किया जा सकता है. वहीं इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों को हाई स्कूल के 50%, 11 वीं के 40% और 12वीं प्री बोर्ड के 10% अंक देकर रिजल्ट घोषित किया जा सकता है. अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा विभाग आराधना शुक्ला की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने परिणाम का ड्राफ्ट तैयार किया है. परीक्षा परिणाम घोषित करने के लिए गठित कमेटी को प्रदेश भर से 3910 सुझाव मिले थे. हालांकि आने वाले समय में जब परिस्थितियां सामान्य होंगी तो इच्छुक परीक्षार्थी परीक्षा देकर अपना परिणाम सुधार सकेंगे. परीक्षार्थियों से लिया गया परीक्षा शुल्क वापस नहीं किया जाएगा.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved