लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 28 मार्च सभी मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया। अब योगी आदित्यनाथ ने सचिवालय प्रशासन को निर्देश दिया है कि कंप्यूटराइज्ड लॉटरी सॉफ्टवेयर के माध्यम से स्टाफ और उनके कमरे आवंटित किए जाएं। योगी आदित्यनाथ ने यह फैसला व्यवस्था को और पारदर्शी बनाने के लिए लिया है। इसके साथ ही इस कार्यप्रणाली के माध्यम से सामान्य प्रशासनिक कार्यों में भी 20% महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित होगी।
एक खबर के अनुसार इस बार सचिवालय प्रशासन को निर्देश मिले हैं कि निजी सचिव, सहायक पीएस , सहायक समीक्षा अधिकारी और समीक्षा अधिकारियों को एक सॉफ्टवेयर की मदद से मंत्रियों के लिए नियुक्त किया जाएगा। यह सॉफ्टवेयर ये भी सुनिश्चित करेगा कि पिछले 5 वर्षों में एक मंत्री के साथ काम करने वाले अधिकारी या कर्मचारी को उसी मंत्री के साथ पोस्टिंग ना मिले। मंत्रियों के विभागों का आवंटन होने के बाद मंत्रियों को तुरंत कामकाज शुरू करने के लिए संबंधित कक्ष भी आवंटित कर दिए गए हैं।
कोड के माध्यम से होगा चयन: एक जानकारी के अनुसार एक कोड के माध्यम से मंत्रियों के लिए अपने कर्मचारियों के चयन की व्यवस्था की गई है। मंत्री एक कोड का चयन करेंगे और मंत्री को यह भी नहीं पता चलेगा कि वह जिस कर्मचारी का चयन कर रहे हैं, वह किस धर्म,जाति या लिंग का है। बता दें कि पहले मंत्रियों को अपने सहायक कर्मचारियों का चयन करने या फिर सिफारिश करने की स्वतंत्रता थी, लेकिन इस बार यह नियम बदल गया है।
जितिन प्रसाद को PWD विभाग: योगी मंत्रिमंडल में जितिन प्रसाद को महत्वपूर्ण पीडब्ल्यूडी विभाग दिया गया है। यह विभाग पहले केशव प्रसाद मौर्य के पास था लेकिन अब कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद को यह विभाग दिया गया है। जितिन प्रसाद वर्तमान में विधान परिषद के सदस्य हैं और 2021 में मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान इन्हें तकनीकी शिक्षा विभाग मंत्री बनाया गया था।
उपमुख्यमंत्रियों को भी मिले महत्वपूर्ण मंत्रालय: यूपी के दोनों उपमुख्यमंत्रियों को भी महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं। केशव प्रसाद मौर्य को 6 विभाग दिया गया है जिसमें ग्राम्य विकास एवं ग्राम विकास , ग्रामीण अभियंत्रण ,खाद्य प्रसंस्करण, मनोरंजन कर , सार्वजनिक उद्यम और राष्ट्रीय एकीकरण विभाग शामिल है। वहीं बृजेश पाठक को चिकित्सा से संबंधित तीन महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं। बृजेश पाठक को चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग दिया गया है।
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