भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि प्रदेश में खेती के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन (Revolutionary changes in the field of agriculture) लाने के लिए पूरी मुस्तैदी से कार्य करें। किसानों की आमदनी बढ़ाने और खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से प्रयास किए जाएँ। जैविक खेती एवं दलहनी (Organic Farming and Pulses) फसलों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमेप अंतर्गत गठित मंत्री समूह की अंतर्विभागीय बैठक ले रहे थे।
कृषि उत्पादों का अधिक निर्यात करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कृषि उत्पादों का अधिकाधिक निर्यात करने के लिए उत्पादन को बढ़ाएँ। जैविक खेती के लिए माहौल तैयार कर किसानों को प्रोत्साहित करें। फसलों के उत्पादन एवं विक्रय के लिए गंभीरता से प्रयास करें। फसलों के विविधीकरण एवं सामाजिक वानिकी जैसे माध्यमों से उत्पादन को बढ़ाया जाए।
खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए विशेषज्ञों की राय लें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए विशेषज्ञों की राय लेकर मंत्री समूह का प्रस्तुतिकरण तैयार करें। इसके बाद निर्धारित कार्य-योजना में किसानों को खेती करने के तरीकों की समझाइश दी जाए। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को विकल्प उपलब्ध कराने की कार्य-योजना भी बनाई जाए। प्रदेश में सहकारी समितियों को फायदे में लाने के लिए कार्य-योजना बनाकर व्यवस्था में आवश्यक सुधार किए जाएँ। सहकारी बैंकों में समिति प्रबंधकों आदि की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। प्रदेश की इथेनॉल पॉलिसी की तरह कृषि के क्षेत्र में विभिन्न नीतियाँ तैयार कर नवाचार को बढ़ावा दिया जाए।
किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved