भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में 3 दिन पूर्व जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों के मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक उज्जैन को हटाने और संबंधित क्षेत्र के नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने रविवार को अ अपने निवास पर हुई उच्च अधिकारियों की बैठक में इस संबंध में निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि उज्जैन के खारा कुआं थाना के टीआई और अन्य अमले को पूर्व में ही घटना में लापरवाही का दोषी मानते हुए निलंबित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने इस तरह की अवैध गतिविधियों में लिप्त माफिया के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभियान के स्तर कर यह कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री शिवराज ने उज्जैन में हुई घटना की जांच के लिए गए अपर मुख्य सचिव गृह डॉ राजेश राजौरा से की गई कार्रवाई का विवरण प्राप्त किया। इस प्रकरण में अब तक हुई गिरफ्तारियां और पुलिस एवं आबकारी अमले के दोषियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई की जानकारी मुख्यमंत्री को दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा इस तरह अवैध रूप से नशीली वस्तुओं का विक्रय और व्यापार हर स्थिति में रोका जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे मामलों में दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाई जाए। सडक़ों पर बैठने वाले भिखारी या अत्यंत गरीब तबके के लोग इस तरह की वस्तुओं के सेवन के लिए प्रेरित ना हों, उन्हें इन वस्तुओं की आपूर्ति करने वालों के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाए. यह कार्यवाही निरंतर अभियान के रूप में चले, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं ना हो। उज्जैन की घटना से संबंधित गृह विभाग द्वारा संपूर्ण जांच प्रतिवेदन तैयार किया जा रहा है।
नाबालिग की हत्या के संबंध में सख्त एक्शन लें, किसी को न बक्शा जाए
मुख्यमंत्री ने जबलपुर में एक नाबालिग की हत्या के मामले में भी कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों को समाप्त करने के लिए प्रभावी कार्रवाई हो। किसी भी दोषी को न बख्शा जाए। आईजी इंटेलिजेंस आदर्श कटियार ने बताया कि इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण में विस्तृत जांच की जा रही है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, ओएसडी मुख्यमंत्री कार्यालय मकरंद देउसकर, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मनीष रस्तोगी, आयुक्त जनसंपर्क डॉ सुदाम खाडे और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। (हि.स.)