भोपाल। ‘कारवां गुजऱ गया, ग़ुबार रहेगा क़ायम’ ये शब्द है कविता पाठ के मंच का सरताज कवि गोपालदास नीरज के, जो सामान्य से लेकर गंभीर श्रोताओं-पाठकों के चहेते थे। आज सोमवार को कवि गोपालदास नीरज की जयंती है। उनका जन्म 4 जनवरी 1925 को हुआ था। उनकी जयंती पर मप्र के सीएम शिवराज ङ्क्षसह चौहान और राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयगर्वीय ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए विनम्र श्रद्धांजलि दी है। सीएम शिवराज ने अपने ट्वीट में लिखा ‘छिप-छिप अश्रु बहाने वालों, मोती व्यर्थ बहाने वालों। कुछ सपनों के मर जाने से, जीवन नहीं मरा करता है- नीरज जी। जीवन के विविध रंगों को अपने गीतों और कविताओं में ढालकर मनुष्य को अप्रतिम सुख-दु:ख का अनुभव कराने वाले महाकवि, गीतकार गोपालदास ‘नीरज’ जी की जयंती पर कोटिश: नमन!
भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने दिवंगत कवि की पंक्तियां साझा करते हुए उन्हें नमन किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा ‘फूलों के रंग से, दिल की कलम से, तुझको लिखी रोज़ पाती। कैसे बताऊँ, किस किस तरह से, पल पल मुझे तू सताती। तेरे ही सपने, लेकर के सोया, तेरी ही यादों में जागा। तेरे खयालों में उलझा रहा यूँ, जैसे के माला में धागा। पद्म पुरुस्कारों से सम्मानित श्री गोपालदास ‘नीरज’ जी की जयंती पर शत-शत नमन।