उज्जैन: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) श्रावण मास के तीसरे सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी (ride of lord mahakal) में शामिल होने के लिए परिवार के साथ उज्जैन पहुंचे. उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) पहुंचकर भगवान महाकाल का विधि- विधान के साथ रुद्राभिषेक (Rudrabhishek) भी किया. सावन मास के दूसरे या तीसरे सोमवार भगवान महाकाल की सवारी में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हर साल उज्जैन आते हैं. सावन के तीसरे सोमवार पर इस बार परिवार के साथ महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) पहुंचकर मुख्यमंत्री ने विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की.
पंडित प्रदीप गुरु, पंडित बालागुरु सहित आधा दर्जन पंडित और पुरोहित और भगवान महाकाल के गर्भगृह में मुख्यमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों का रुद्राभिषेक कराया. सबसे पहले भगवान को जल और दूध से अभिषेक कर पूजा-अर्चना की गई. इसके बाद मंत्रोचार के साथ रुद्राभिषेक पूजन किया गया. पंडित बाला गुरु ने बताया कि प्रदेश की जनता की खुशहाली, सामान्य वृष्टि, किसानों को अच्छी फसल, रोग-दोष से मुक्ति के लिए प्रार्थना भी की गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ उनकी पत्नी साधना सिंह, पुत्र कार्तिकेय और कुणाल भी महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे थे. जब भगवान महाकाल का विधि विधान से पूजन कराया जा रहा था, उस समय मुख्यमंत्री और उनके परिवार के सदस्य ओम नमः शिवाय का जाप कर रहे थे. इसके बाद नंदीहाल में बैठकर भी पूजा-अर्चना की गई.
भगवान महाकाल के गर्भगृह में पूजा-अर्चना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्नी के साथ सवारी में हिस्सा लिया. इसके पहले उन्होंने भगवान के पालकी में सवार होकर निकलने वाले भगवान महाकाल के स्वरूप का पूजन भी किया. शासकीय पुजारी घनश्याम गुरु ने मुख्यमंत्री का पूजन कराया. शिवराज सिंह चौहान ने महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजना के दूसरे चरण के विकास कार्यों में तेजी लाने की निर्देश दिए हैं. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने पूर्व में 31 जुलाई तक पूरे निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए थे. हालांकि जिला प्रशासन द्वारा 31 अगस्त निर्माण कार्य पूर्ण करने की कोशिश की जा रही है.
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