रायसेन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि लाडली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) सहित महिला सशक्तिकरण (women empowerment) की उनकी योजनाओं से अगले पांच वर्ष में अन्याय, अशिक्षा और गरीबी को पछाड़ कर नया जमाना आएगा। मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को रायसेन जिले के बम्होरी कस्बा गांव (Bamhori town village of Raisen district) में लाडली बहना सम्मेलन तथा आवासीय भू-अधिकार पत्र वितरण कार्यक्रम में बहनों और बड़ी संख्या में आए ग्रामीणों से संवाद कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने सिलवानी तथा उदयपुरा विधानसभा क्षेत्र की जनता को 328 करोड़ चार लाख 20 हजार रुपये के विकास कार्यों की सौगात भी दी। कार्यक्रम में 319 करोड़ रुपये से अधिक राशि के विभिन्न कार्यों का शिलान्यास तथा भूमि-पूजन और आठ करोड़ 45 लाख रुपये से अधिक राशि के विभिन्न कार्यों का लोकार्पण भी हुआ। इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, सांसद रमाकांत भार्गव, विधायक रामपाल सिंह और सुरेन्द्र पटवा सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान भी खुश हो जाएं, अगले सप्ताह 13 जून को वे किसानों के सिर पर चढ़ा 2100 करोड़ का ब्याज भर देंगे। किसानों के खातों में फसल बीमा के 2900 करोड़ के अलावा दो-दो हजार रुपये की किसान सम्मान निधि भी डाली जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने बम्होरी कस्बा और सुल्तानगंज को तहसील बनाने और उदयपुरा के लिए एसडीएम ऑफिस बनाने की घोषणा की। उन्होंने बम्होरी काबा को नगर परिषद बनाए जाने के साथ ही 30 बिस्तर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने सिलवानी और बेगमगंज के कॉलेज को अगले सत्र से स्नातकोत्तर करने की भी घोषणा की। उन्होंने बहनों को लाडली बहना योजना के स्वीकृति पत्र के अलावा, आवासीय भू अधिकार पत्र और आजीविका मिशन को राशि के स्वीकृति-पत्र भी वितरित किए।
मुख्यमंत्री चौहान ने हर गांव में लाडली बहना सेना का तत्काल गठन किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि ये सेनाएं सरकार की आंखें होंगी, जो विकास और हितग्राही मूलक योजनाओं की निगरानी कर उन्हें लागू करवाएंगी। छोटे गांव में 11 और बड़े गांव में 21 बहनों की सेना होगी। यह सेना और सभी बहनें अब लाडली परिवार होंगी, जो सहयोग और संगठन के साथ गरीबी दूर करने का हथियार बनेंगी।
मुख्यमंत्री ने बहनों को भरोसा दिलाया कि वे अपनी अंतिम सांस तक बेटियों, बहनों और माताओं के सम्मान के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि लाडली बहना योजना सामाजिक क्रांति है और महिला सशक्तिकरण के नए युग का सूत्रपात है। उनके द्वारा बनाई गई लाडली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री कन्या-विवाह जैसी योजनाओं ने जहां समाज में बेटियों को अभिशाप से वरदान बनाया है। वहीं, स्थानीय संस्थाओं के चुनाव और शासकीय सेवाओं में आरक्षण से आधी आबादी की सत्ता के साथ विकास में पर्याप्त भागीदारी सुनिश्चित हुई है। मुख्यमंत्री ने योजनाओं को बंद करने के लिए पूर्ववर्ती सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि हमने गरीबों के कल्याण की सभी योजनाएं फिर प्रारंभ कर दी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब वे मेधावी बेटियों को लैपटॉप के साथ ई-स्कूटी भी देंगे और पात्र भांजे-भांजियों की उच्च शिक्षा की फीस भी भरेंगे। प्रदेश में कोई भी बेघर नहीं रहेगा और सरकार उन्हें भूखंड भी देगी। मुख्यमंत्री ने बहनों से कहा कि अब उन्हें अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए मोहताज नहीं होना पड़ेगा। दस जून को उनके खाते में 1000 रुपये की राशि आएगी। उन्होंने 8 जून को लाडली बहना ग्राम सभा और 9 और 10 जून को उत्सव मनाने की अपील की। इससे पहले सभा को सांसद रमाकांत भार्गव और विधायक रामपाल सिंह ने भी संबोधित किया।
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