भोपाल। प्रदेश में ओबीसी वर्ग (OBC Category) के आरक्षण (Reservation) को लेकर विपक्षी विधायकों ने विधानसभा में गांधी प्रतिमा के पास एप्रेन पहनकर प्रदर्शन किया। OBC को 27 फीसदी आरक्षण नहीं देने का ठीकरा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कमलनाथ (Kamalnath) पर फोड़ दिया है। शिवराज ने कहा कि कहा कि जवाब पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) को देना चाहिए। ओबीसी आरक्षण पर लगी याचिका के समय उन्होंने क्या किया।
सीएम ने कहा कमल नाथ ओबीसी आरक्षण केस को लेकर एडवोकेट जनरल को कोर्ट में खड़ा करते, देश के बड़े वकीलों को इसके लिए बुलाते, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और केस में स्टे हो गया। स्टे के बाद इनके एडवोकेट जनरल ने इसको एमपी पीएससी में भी लागू करने का कह दिया था। यह उनकी सरकार का काम है। सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि कमल नाथ ने पिछड़े वर्ग की पीठ पर छुरा घोपा है। सीएम शिवराज (CM Shivraj ) ने कहा कि कमल नाथ जवाब दें कि 8 मार्च 2019 को 14 से 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने का तत्कालीन सरकार ने कहा। इस पर 10 मार्च 2019 को याचिका लगी, 19 मार्च को स्टे आ गया। 10 से 19 मार्च तक तत्कालीन सरकार ने अपना एडवोकेट जनरल तक कोर्ट में खड़ा तक नहीं किया। तत्कालीन सरकार ने अपने शासन के दौरान ओबीसी आरक्षण को लेकर कोई प्रयास तक नहीं किया।
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