भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) शनिवार को गुफा मंदिर (Gufa temple) में परशुराम के जन्मोत्सव (Parshuram’s birthday) पर आयोजित अक्षयोत्सव 2023 कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां पर गुफा मंदिर प्रांगण में कार्यक्रम के पहले शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। जिसका लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कई बड़े एलान किए। सीएम ने कहा कि हमारे धर्म और संस्कृति (religion and culture) की रक्षा करने वाले ब्राह्मणों के लिए ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गुफा मंदिर में विशाल भवन बनाया जाएगा। ताकि खड़े रहने, बैठने और आयोजन करने में दिक्कत ना हो। भगवान परशुराम को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने आतताईयों का नाश करने के लिए फरसा उठाया था। उनकी प्रेरणा से मध्य प्रदेश में की धरती पर भी गुंडे, बदमाशों और नक्सली की खैर नहीं है। मध्य प्रदेश में उनके खिलाफ अभियान तेजी से चल रहा है। आज ही दो नक्सलियों को मारा है। भगवान परशुराम ने समाज में समता लाने के लिए भूमि के समुचित आवंटन की पहल की थी। गरीबों को जमीन उपलब्ध कराने के लिए फरसा समुद्र में फेंक पीछे कर दिया था। हमारा उनकी कृपा से संकल्प है कि मध्य प्रदेश में कोई भी गरीब जमीन के टुकड़े के बिना नहीं रहेगा।
सीएम ने कहा कि हमने एक फैसला लिया है, मंदिर की गतिविधियों को सरकार नियंत्रित नहीं करेगी, इसलिए मंदिरों के नाम की जमीन को कलेक्टर नीलाम नहीं करेंगे। उनको पुजारी ही नीलाम करेंगे। इसके साथ साथ निजी मंदिर, जहां ट्रस्ट बने हैं। वहां के पुजारियों को भी सम्मान जनक मानदेय देने के लिए नियम बनाकर निर्देशित किया जाएगा। इसके साथ ब्राह्मणों ने धर्म और संस्कृति की रक्षा की है। ब्राह्मणों ने यज्ञों, धर्मों, संस्कृति को संरक्षित रखने का काम किया है। ऐसे कितने विद्वान हैं। ब्राह्मणों के कल्याण के लिए ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना की जाएगी। यहां सभी जातियों के लोग उपस्थित हैं। सामाजिक समरसता के साथ सभी का कल्याण करना भाजपा की सरकार का धर्म है। हम उस धर्म का पालन करेंगे। सीएम ने कहा कि पिछले साल अनेक मांग गुफा मंदिर के कार्यक्रम से की गई थी।
सीएम ने बताया कि सरकारी स्कूलों में 3547 संस्कृत शिक्षक नियुक्त कर दिए गए हैं। आवश्यकता होगी तो आगे भी किए जाएंगे। आठवीं की किताब में भगवान परशुराम के जीवन चरित्र को शामिल किया गया था। हम केवल अकबर को नहीं, हम राम और परशुराम को भी पढ़ाएंगे। इतिहास को सही ढंग से लिखने की कोशिश करेंगे। हमारे मंदिरों के पुजारियों को पांच हजार रुपये भत्ता दिया जा रहा है। संस्कृत पढ़ने वाले कर्मकांडी बच्चों को स्कॉलरशिप देना प्रारंभ कर दी गई। ताकि आगे पढ़ें और हमारे धर्म और संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम करें। कार्यक्रम में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री विश्वास सारंग, विधायक रामेश्वर शर्मा, महापौर मालती राय समेत अन्य नेता मौजूद थे।
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