पटना: बिहार विधानसभा के दो सीटों के उपचुनाव (Bihar Assembly Byelection) के परिणाम से पहले ही राज्य की सियासत (Bihar Politics) में जिस तरह की गर्मी देखने को मिल रही है उससे पता चलता है कि इनका परिणाम तमाम राजनीतिक दलों के लिए कितना महत्व रखते हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) हों या आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav), तेजस्वी यादव हों या भक्त चरण दास या फिर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद या फिर सुशील मोदी हर किसी ने उपचुनावों में जमकर पसीना बहाया. लेकिन अब इनके परिणाम को लेकर तमाम दावे किये जा रहे हैं जिसकी शुरुआत नीतीश कुमार ने की है.
सीएम नीतीश कुमार से उपचुनाव के परिणाम के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि जनता मालिक है. इस पर हम क्या बोलें, हम ज्यादा बोलते नहीं हैं. लेकिन कुछ लोगों की आदत है बोलते रहने की, वो बोलें पर हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है.
वहीं, उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता तारकिशोर प्रसाद ने भी एनडीए उम्मीदवार की जीत का दावा किया और आरजेडी पर बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि तारापुर विधासनभा सीट उपचुनाव में वैश्य समाज के वोटरों को प्रभावित करने के लिए आरजेडी ने वैश्य महासभा के पोस्टर में वैश्य नेताओं के पोस्टर लगाकर वैश्य प्रत्याशी अरुण साह को वोट देने की अपील की है जिस पर हमने चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग की है.
RJD का उपचुनाव में दोनों विधानसभा सीटें जीतने का दावा
विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया की यह दोनों सीट आरजेडी जीत रही है और जीत का अंतर दोनों ज्यादा होगा. उन्होंने कहा कि आरजेडी के चुनाव चिन्ह लालटेन पर लोगों ने जमकर बटन दबाया है. उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार से लोग त्रस्त हैं, परेशान हो चुके हैं और जो भी उन्होंने वादा किया था उसे पूरा नहीं किया. बेरोजगारी चरम सीमा पर है, क्राइम चरम सीमा पर है, महंगाई चरम सीमा पर है, किसान तबाह हो चुके हैं.
तेजस्वी ने कहा कि हम लोगों को लगातार फीडबैक मिल रहा है, हम एकदम सावधान हैं किसी भी रूप में बेइमानी नहीं होने देंगे. छिटपुट प्रयास किया जा रहा है सारी बातों को चुनाव आयोग को हमने बता दिया है. वहीं, महागठबंधन और आरजेडी से अलग होने के बाद कांग्रेस के यह दोनों सीट प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गई है. कांग्रेस के एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के पुराने और परंपरागत वोटर फिर से वापस कांग्रेस के पास आ गए हैं. हमें पूरा जनता के ऊपर पूरा भरोसा है कि उपचुनावों में कांग्रेस के उम्मीदवारों की ही जीत होगी.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved