इंदौर। मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) दिल्ली से सुबह 11 बजे इंदौर (Indore) विमानतल पहुंचे और महू (Mhow) जाकर बाबा साहेब (Baba Saheb) की प्रतिमा को नमन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बाबा ने उन सभी कामों को प्रावधान और नियमों में बाधा, जो देश में समस्या बन सकते है। आंबेडकर (Ambedkar) जी भारत के भविष्य को जानते थे। वे समाज (Society) की लड़ाई लड़ रहे थे, लेकिन कांग्रेस (Congress) ने उनके योगदान को हमेशा नकारा। बाबा साहेब को लोकसभा चुनाव जीतने नहीं दिया। लोकसभा में आंबेडकर जाते तो कितना गौरव बढ़ता। कांग्रेस को ये गलती नहीं करना चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने सर्वाहारा वर्ग के लिए बहुत कुछ किया है। उन्होंने समाज की समानता के लिए, गरीब वर्ग की शिक्षा के लिए काफी काम किए। उन्होंने खुद उच्च शिक्षा ग्रहण की। विदेशों में भी जाकर उन्होंने पढ़ाई की। उनका जीवन प्रेरणादायक है। लोगों ने लंदन में शिक्षा ली थी। लंदन में उस स्थान को भी तीर्थ बनाया है। लंदन यात्रा के दौरान मैने भी वहां गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंबेडकर ने आरक्षण की सौगात दी। 1951 के आंकड़ों के अनुसार एससी-एसटी की साक्षरता दर तब डेढ़ प्रतिशत थी, आज यह 59 प्रतिशत तक पहुंची है। इसमें आंबेडकर जी का योगदान है। उन्होंने एससी-एसटी वर्ग का जीवन बदल दिया। आरक्षण के माध्यम से समता के लिए उन्होंने काम किया। इतना बड़ा देश, इतनी बड़ी विविधता वाले देश में लोकतंत्र में सबको समाहित किया। बाबा साहेब ने धारा-370 का विरोध किया था। उस कलंक को मिटाते हुए मोदी सरकार ने उस धारा को हटाकर जम्मू-कश्मीर को संविधान के दायरे में लाने का प्रयास किया।
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