उज्जैन: देश में 75वां गणतंत्र दिवस (75th republic day) मनाया जा रहा है, उज्जैन (ujjain) में पहली बार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने झंडावंदन किया, उज्जैन सीएम मोहन का गृह जिले (Ujjain is CM Mohan’s home district) भी है. तिरंगा फहराकर सीएम ने परेड की सलामी ली और फिर प्रदेश को संबोधन सुनाया. जिसमें मुख्यमंत्री ने कई बड़े ऐलान किए हैं, सीएम मोहन ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर पहली बार उज्जैन में झंडावंदन कर रहा हूं.
इस बात की मुझे अत्यंत खुशी है, इस दौरान सीएम ने इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित भी किया. सीएम ने कहा कि बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में हर साल ‘व्यापार मेला’ लगाया जाएगा. इस दौरान सीएम ने उज्जैन में मेडिसिटी की स्थापना करने का ऐलान भी किया. उन्होंने कहा कि उज्जैन में ही सबसे पहली मेडिसिटी की सौगात दी जाएगी.
सीएम मोहन यादव ने गणतंत्र दिवस पर बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब हर साल धार्मिक नगरी चित्रकू में ‘रामायण मेला’ लगाया जाएगा, उन्होंने कहा कि चित्रकूट को वर्ल्ड क्लास बनाने का निर्णय भारत सरकार ने लिया है, इसलिए भगवान राम की नगरी को और संवारा जाएगा. बता दें कि यह दोनों स्थान मध्य प्रदेश में धार्मिक लिहाज से बेहद अहम माने जाते हैं. उज्जैन में बाबा महाकाल की वजह से दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं, जबकि चित्रकूट में भगवान श्रीराम लंबे समय तक रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार न केवल नई सिंचाई क्षमता निर्मित कर रही है, बल्कि उपलब्ध सिंचाई क्षमता का भी भरपूर उपयोग सुनिश्चित कर रही है. किसानों को भी पर्याप्त पानी सिंचाई के लिए उपलब्ध होगा. मध्य प्रदेश में विकास के पथ को किसानों ने अपनी मेहनत से सींचा है. इसलिए मध्य प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है. इसलिए किसानों को पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी. मध्यप्रदेश में बिजली घर-घर को रोशन और खेत-खेत को सिंचाई से समृद्ध कर रही है. प्रदेश के इतिहास की अब तक की सर्वाधिक 17 हजार 586 मेगावाट बिजली की मांग की पूर्ति हमने बिना किसी कटौती के की है’
सीएम मोहन यादव ने इस दौरान केंद्र सरकार की योजनाओं को भी जिक्र किया. उन्होंने कहा ‘प्रधानमंत्री की गारंटी वाली योजनाएं गांव-गांव तक पहुंची हैं. विकास यात्रा में 50 लाख से अधिक लोगों को लाभ दिया गया. आज इसका समापन हो रहा है। 10 से 15 जनवरी तक महिला सशक्तिकरण उत्सव मनाया गया। लाड़ली बहनाओं को उनके खाते में राशि डाली गई. 2024 में स्वच्छता में इंदौर सातवां आसमान पार कर चुका है.’
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इंदौर की स्वच्छता का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि यह हर्ष और गर्व का विषय है कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में देश के सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार पाकर इंदौर ने सातवां आसमान छू लिया है. साथ ही मध्यप्रदेश, देश का दूसरा स्वच्छतम राज्य और भोपाल स्वच्छतम राजधानी बना है. यह हमारे लिए खुशी की बात है. हम आगे भी इसी तरह से स्वच्छता में तेजी से आगे बढ़ते जाएंगे.
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