कोलकाता. पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की एक झलक अलग ‘पहचान’ के साथ तमिलनाडु (Tamil Nadu) में दिखाई दी है. बंगाल में ‘दीदी’ कही जाने वाली बनर्जी अब ‘अम्मा’ हो गई हैं. इस बात के सबूत दक्षिण भारतीय राज्य के दीवारों पर बने सीएम बनर्जी के चित्र देते हैं. यहां उन्हें ‘अम्मा’ कहकर संबोधित किया जा रहा है. तमिलनाडु की पूर्व सीएम जे. जयललिता को ‘अम्मा’ कहा जाता था. तृणमूल कांग्रेस सरकार (TMC) में मंत्री इन चित्रों के तार बीती मई में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव से जोड़ रहे हैं.
तमिल में ‘अम्मा’ का मतलब मां होता है. बंगाल में ‘दीदी’ और तमिलनाडु में ‘अम्मा’ के राजनीतिक मायने बराबर हैं. बंगाल सरकार में कैबिनेट मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा, ‘बंगाल में हुई इस बार की जंग को पूरे भारत ने देखा. किसी भी तरह से दीदी की राष्ट्रीय स्तर पर काफी पकड़ है और इस जीत के साथ उत्तर भारत से लेकर दक्षिण तक सभी उनके बारे में बात कर रहे हैं. इस तरह से यह चित्र सामने आए हैं.’
इधर बीजेपी के शमिक भट्टाचार्य ने इस तरह के पोस्टर्स का मजाक उड़ाया है. उन्होंने कहा, ‘अगर कहीं दो पोस्टर उनकी राजनीति को मापने का मानदंड हैं, तो उन्हें इसके साथ खुश रहने दो.’ हालांकि, राजनीतिक जानकार सीएम बनर्जी के साथ इन तस्वीरों को 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों की ओर एक अहम कदम मान रहे हैं. खास बात यह है कि बीजेपी के खिलाफ लोकसभा चुनाव में तीसरे मोर्चे को तैयारी की खबरें आ रही थीं. कहा जा रहा था कि इसमें सभी विपक्षी दल एक साथ आ सकते हैं.
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने अपनाया बंगाल का नारा
बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान ‘खेला होबे’ का नारा काफी सुर्खियों में आया था. अब अन्य राज्य भी इस नारे का इस्तेमाल बीजेपी के खिलाफ जंग में कर रहे हैं. हाल ही में उत्तर प्रदेश में भी समाजवादी पार्टी ने ‘खेला होबे’ की तर्ज पर ‘खेला होगा’ का नारा उठाया है. यूपी में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं.
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