बागेश्वर: उत्तराखंड के ऋषिकेश में चर्चित अंकिता भंडारी की हत्या के बाद प्रदेश सरकार ने सभी होटलों और रिसॉर्ट की जांच के आदेश दिए हैं. बागेश्वर में भी होटल और रिसॉर्ट की जांच की जाएगी. आदेश मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस भी जांच में जुट गई है. कहा जा रहा कि अगर प्रशासन इस पर ईमानदारी से जांच कराए तो आने वाले समय में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.
जनपद में कई होटल और रिसॉर्ट ऐसे हैं, जिनमें समय-समय पर उंगली उठती रहती है. शिकायत मिलती रहती है कि होटल मालिकों ने नियम-कानूनों को ताक में रखकर होटलों का निर्माण किया है. ये भी आरोप लगते हैं कि कई होटल मालिकों को प्राधिकरण और बैंकों ने भलि-भांति जांच किए बिना ही कर्ज भी दिया है. हालांकि इन शिकायतों पर कितना सच है यह तो प्रशासन की निष्पक्ष जांच के बाद ही सामने आएगा.
इन क्षेत्रों में सर्वाधिक रिसॉर्ट
बागेश्वर में सर्वाधिक होटल व रिसॉर्ट कौसानी और कपकोट के क्षेत्रों में हैं. जबकि जिला मुख्यालय में भी कुछ होटल हैं, जिनके द्वारा या तो सरकारी भूमि में अतिक्रमण किया गया है या इनके पास सीवर की व्यवस्था तय मानक के अनुसार नहीं की गई है. हालांकि पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार जनपद में 130 होम स्टे संचालित हैं. जिनमें अधिकांश संख्या कौसानी और कपकोट में ही है. इसके अलावा 84 गेस्ट हाउस और होटल हैं. जिसमें कुमाऊं मंडल विकास निगम के आवास गृह भी शामिल हैं.
तेजी से बढ़ी है रिसॉर्ट की संख्या
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सभी जिलाधिकारियों को होटलों की जांच करने के आदेश के बाद जनता की उम्मीदें जांच रिपोर्ट में टिकी हैं. लोग दबी जुबान से इन होटलों के बारे में चर्चा कर रहे हैं. कुछ होटलों के तो खुलेआम अतिक्रमण की जानकारी प्रत्येक प्रशासनिक अधिकारी के पास होती है, परंतु अब तक किसी ने इनके खिलाफ कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटाई है. जिससे इनके द्वारा प्रतिवर्ष अतिक्रमण किया जाता रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में कौसानी और कपकोट के दूरस्थ क्षेत्रों में जमीन की खरीद फरोख्त और रिसॉर्ट के निर्माण की संख्या तेजी से बढ़ी है. कपकोट में कई होटल ऐसे हैं जो कि साल में कुछ ही दिन खुलते हैं और यहां पर पूरा स्टाफ बाहर का है.
ग्रामीण बताते हैं कि होटल में कई बार हवाई सेवा से लोग आते हैं. इनमें स्थानीय लोगों को घुसने की अनुमति तक नहीं है. इसके साथ ही कौसानी में भी चायबागान, भतड़िया मोटर मार्ग, कौसानी स्टेट मार्ग समेत कई जगहों में भी कई होटल और रिसॉर्ट बन रहे हैं. ये सब बाहरी क्षेत्र के उद्योगपतियों के हैं. इनमें भी समय-समय पर सवाल उठते रहे हैं.
पूरे मामले को लेकर बागेश्वर के डीएम सीएस इमलाल ने कहा कि सरकार के आदेश पर प्रत्येक होटल की जांच कराई जा रही है. जिसमें पुलिस को आगंतुकों की जांच करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं. जबकि उप-जिलाधिकारियों को उनके द्वारा इस्तेमाल की गई भूमि की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अतिक्रमण वाले होटल और रिसॉर्ट पर कार्रवाई की जाएगी.
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