भोपाल: कोरोना काल के दौरान कई घरों ने अपने परिजनों को खो दिया है. इनमें से कई तो मासूम बच्चे हैं, जिन्होंने अपने माता-पिता को इस महामारी के दौरान खो दिया और अब वो इस दुनिया में अकेले रह गए. ऐसे ही बच्चे, जिनके सिर से कोरोना काल के दौरान माता-पिता का साया उठ गया, उनके साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिवाली मनाई है.
इस दौरान शिवराज सिंह चौहान के साथ उनकी पत्नी साधना सिंह भी मौजूद रहीं और उन्होंने ने भी बच्चों के साथ दिवाली मनाई. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 6 जिलों के 50 बाल हितग्राही बच्चों के साथ दीपावली मनाई. इस कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलन के साथ की. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने एक-एक बच्चे को अपने हाथों से खाना खिलाया.
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को दिवाली के मौके पर बाल सेवा योजना के 50 बच्चे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह ने उनका स्वागत किया.
‘मामा शिवराज अभी जिंदा है’
बच्चों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘कोरोना ने भले ही इनसे माता-पिता को छीन लिया है, लेकिन इनका मामा शिवराज अभी जिंदा है. मेरे होते हुए मेरे बच्चों को अपनों की कमी नहीं खले, यह मेरा दिल से प्रयास है.’
इसी के साथ उन्होंने कहा, ‘दीप जलाते, भोजन करते मेरे इन बच्चों के चेहरे पर जो ऊर्जाभरी मुस्कान थी, वह देखकर मन को संतोष हुआ. भगवान से यही प्रार्थना करता हूं कि हे मेरे प्रभु मुझे इतनी सामर्थ्य देना कि इनके चेहरे पर कभी उदासी न आने दूं. मैं इनके मामा और माता-पिता का भी प्यार दे सकूं.’
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद बच्चों ने कहा कि उन्हें काफी खुशी है कि वो मुख्यमंत्री से मिले. बच्चों ने कहा कि उन्हें इस दौरान काफी कुछ सीखने को मिला और उन्हें बहुत सारे साथी मिले, जिनके साथ उन्होंने सुख दुख बांटा.
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