जयपुर। राजस्थान के सियासी संकट में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के टकराव के बाद अब एक नया टकराव शुरू हो गया है। इस बार आमने-सामने आ गए हैं राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्यपाल कलराज मिश्र। सीएम गहलोत की विधानसभा सत्र बुलाए जाने की मांग को राज्यपाल ने अब तक स्वीकार नहीं किया है और इस बात से नाराज मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके रवैये की शिकायत की है।
लगातार विधानसभा सत्र के प्रस्ताव को राज्यपाल की ओर से लौटाए जाने के बाद से ही सीएम लगातार आरोप लगा रहे हैं। खबरों के मुताबिक, इस बार सीएम गहलोत ने पीएम मोदी को इस संबंध में फोन किया और राज्यपाल के बर्ताव की जानकारी दी। खुद सीएम ने इस बारे में बताया है कि उन्होंने रविवार को पीएम से बात कर ये बातें कही थीं।
राजस्थान में दो हफ्ते पहले शुरू हुए सियासी संकट के बाद से ही लगातार हलचल जारी है और इस सबके बीच पिछले सप्ताह सीएम गहलोत ने राज्यपाल मिश्र से सोमवार यानी 27 जुलाई को विधानसभा सत्र बुलाने का आग्रह किया था। हालांकि राज्यपाल ने उनके इस आग्रह को ठुकरा दिया था और उनसे ही कुछ सवाल पूछे थे। इसके बाद गहलोत ने 31 जुलाई को सदन बुलाने का आग्रह किया था। इस दौरान गहलोत ने राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात भी की थी, जबकि उनके विधायकों ने राजभवन के बाहर धरना दिया था। वहीं गहलोत ने राज्यपाल पर केंद्र सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप भी लगाया था।
हालांकि, ये पहला मौका नहीं है जब सीएम गहलोत ने राजस्थान के मौजूदा राजनीतिक हालात पर पीएम से संपर्क किया है। इससे पहले गहलोत ने पीएम को लिखी चिट्ठी में आरोप लगाया था कि पीएम की पार्टी राज्यों में चुनी हुई कांग्रेस सरकारों को गिराने के प्रयास कर रही है। गहलोत ने केंद्र सरकार पर इसमें शामिल होने का आरोप लगाया था।
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