डेस्क: तमिलनाडु में आंधी, बारिश और तूफान से आम जनजीवन बेहाल हो गया है. भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है. कई दिनों से हो रही बरसात के बीच सप्ताह के अंत में तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक 11 और 12 नवंबर को प्रदेश के कई जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है.
मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव का एक क्षेत्र विकसित हुआ है जिसके कारण भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. खतरे को देखते हुए एनडीआरएफ की 11 टीमों को अलग-अलग इलाकों में तैनात किया गया है. साथ ही तमिलनाडु राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की भी 7 टीमें तैनात की गई हैं. इस बात की जानकारी तमिलनाडु के रेवेन्यू और डिजास्टर मैनेजमेंट मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने दी है.
200 मिमी से भी ज्यादा हो सकती है बारिश
विभाग के मुताबिक तमिलनाडु, कराईक्कल में 12 नवंबर तक भारी बारिश हो सकती है. बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाला निम्न दबाव का क्षेत्र 11 नवंबर तक एक गहरे दबाव में बदल जाएगी और उत्तरी तमिलनाडु तट पर पहुंच जाएगी. इसके कारण तटीय जिलों में भारी बारिश होने की पूरी संभावना है. इस खतरे को देखते हुए राज्य के कई तटीय जिलों में 11 और 12 नवंबर के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. संभावना है कि कुछ क्षेत्रों में 200 मिमी से भी ज्यादा बारिश हो सकती है.
आईएमडी एरिया साइक्लोन वॉर्निंग सेंटर के एन पुवियारसन ने बताया, ‘निम्न दबाव का क्षेत्र तट के करीब आ रहा है. इसकी वजह से रात के समय में भारी बारिश होगी. राज्य के कई हिस्सों में 11 नवंबर तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. इसके बाद कुछ राहत मिल सकती है.’ उन्होंने कहा कि कई दक्षिणी तटीय जिलों में 10 नवंबर को अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं, 11 नवंबर को यह उत्तरी जिलों में ट्रांसफर हो जाएगा.
लोगों से अपील, बिना वजह बाहर न निकलें
सरकार ने तमिलनाडु के लोगों से अगले कुछ दिनों में भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा भारी बारिश के अनुमान के मद्देनजर सतर्क रहने और एहतियाती उपाय करने का आग्रह किया है. प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को गैर-जरूरी आवाजाही से बचना चाहिए. नुंगमबक्कम और मीनांबक्कम में शाम 5.30 बजे तक 11.1 मिमी और 1.9 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि शहर और उपनगरों के कुछ हिस्सों में बिजली की कटौती भी जारी रही.
नागपट्टिनम को छोड़कर कई जिलों में मंगलवार शाम तक 152 मिमी यानी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. स्काईमेट वेदर रिपोर्ट में कहा गया है कि इस अवधि के दौरान कुछ निचले इलाकों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ या जलभराव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है. इस दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके पुडुचेरी और कराईक्कल होंगे.
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